PM Modi Talks Vladimir Putin: पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को किया फोन, इन मुद्दों पर हुई बात

PM Modi Talks Vladimir Putin: पीएम मोदी ने आज( सोमवार) रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की है. उन्होंने कहा कि उनके बीच कई मुद्दों पर अच्छी बात हुई. जिसकी सूचना उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर दी.

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हाइलाइट्स

  • पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को किया फोन
  • दोनों देशों के बीच कई अहम मुद्दों पर हुई बातचीत

PM Modi Talks Vladimir Putin: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ( 15 जनवरी) रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की. जिसकी जानकारी खुद उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर दी.  पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "राष्ट्रपति पुतिन से अच्छी बातचीत हुई. हमने अपनी विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी में विभिन्न सकारात्मक विकासों पर चर्चा की और भविष्य की पहल के लिए एक रोडमैप तैयार करने पर सहमति व्यक्त की.  हमने ब्रिक्स की रूस की अध्यक्षता सहित विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी उपयोगी विचारों का आदान-प्रदान किया". 

रूस में होगा ब्रिक्स सम्मेलन का आयोजन

 इस बार ब्रिक्स सम्मेलन का आयोजन रूस में किया जाएगा. ब्रिक्स समूह में पांच देश- ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल है. ऐसा माना जाता है कि यह दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं का समूह है.  पहले इस समूह का नाम ब्रिक हुआ करता था लेकिन 2010 में अफ्रीका के इसमें शामिल होने के बाद यह ब्रिक्स कहा जाने लगा. 

इस ग्रुप के पहली बैठक (मीटिंग) 2006 में रूस के सेंट  पीटर्सबर्ग में जी-8 समिट के साथ ही हुई थी. वहीं शिखर स्तर की पहली मीटिंग 16 जून 2009 को रूस के येकाटेरिंगबर्ग  हुई थी.  ब्रिक्स समूह विश्व की आबादी का 41 प्रतिशत, वैश्विक जीडीपी का 24 प्रतिशत और वैश्विक व्यापार का 16 प्रतिशत प्रतिनिधित्व करता है. ब्रिक्स उद्देश्य पारस्परिक आर्थिक विकास के लिए कार्य करना है. 

जानिए कैसे भारत और रूस के आपसी संबंध?

भारत और रूस के आपसी संबंधों को लेकर बात करें तो दोनों देशों के बीच लंबे समय से अच्छे संबंध रहे हैं. विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, अक्टूबर 2020 में भारत-रूस कूटनीतिक भागीदारी संबंधी घोषणा पर (व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दौरान) हस्ताक्षर किए जाने के बाद से दोनों देशों के संबंधों में गुणवत्ता और बढ़ी हैं. साथ ही द्विपक्षीय संबंधों के लगभग सभी क्षेत्रों में सहयोग का स्तर में भी बढ़ोत्तरी हुई है.  जिनमें राजनीति, सुरक्षा, व्यापार और अर्थव्यवस्था, रक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और संस्कृति शामिल हैं. बता दें, कि 15वीं वार्षिक शिखर बैठक के दौरान दोनों देशों ने वर्ष 2025 तक 30 बिलियन यूएस डॉलर के द्विपक्षीय व्यापार का लक्ष्य तय किया है.