PM Modi UNGA Session: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने न्यूयॉर्क का दौरा कर सकते हैं. मिली जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी UNGA के 80वें सत्र में हिस्सा लेंगे. यह सत्र 9 सितंबर से शुरू होगा. UNGA की अनंतिम सूची के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी 26 सितंबर को सुबह सत्र को संबोधित करेंगे. उसी दिन चीन, पाकिस्तान, इज़राइल और बांग्लादेश के राष्ट्राध्यक्ष भी अपना संबोधन देंगे. यह सत्र वैश्विक मुद्दों पर चर्चा का बड़ा मंच होगा. हालांकि, यह सूची अस्थायी है.
सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप UNGA सत्र के दौरान मुलाकात कर सकते हैं. यह ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में उनकी पहली UNGA सभा होगी. वे 23 सितंबर को सत्र को संबोधित करेंगे. दोनों नेताओं की मुलाकात वैश्विक कूटनीति के लिहाज से अहम होगी.
प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ महीने पहले ही अमेरिका दौरा किया था. तब उन्होंने ट्रंप के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी. दोनों नेताओं ने 2025 की शरद ऋतु तक द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के पहले चरण पर बातचीत शुरू करने की घोषणा की थी. उम्मीद है कि इससे दोनों देशों को फायदा मिलेगा. हालांकि, ट्रम्प ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया. उन्होंने भारत द्वारा रूसी तेल और हथियार खरीदने के फैसले को इसका कारण बताया. ट्रंप का कहना है कि यह कदम यूक्रेन युद्ध को बढ़ावा देता है. इसके बाद, उन्होंने 27 अगस्त से लागू होने वाला 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ भी लगाया. भारत ने इन टैरिफ की कड़ी आलोचना की है. विदेश मंत्रालय ने इन्हें अनुचित और अन्यायपूर्ण बताया. मंत्रालय ने कहा कि भारत अपनी आर्थिक सुरक्षा और राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा.
भारत के रुख को रूस और चीन सहित कई देशों का समर्थन मिला है. इन देशों ने अमेरिका के टैरिफ को एकतरफा और गलत बताया. दूसरी ओर, ट्रंप ने अपने फैसले का बचाव किया. उन्होंने दावा किया कि उनके टैरिफ से रूस की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है.भारत ने वैश्विक मंच पर अपनी स्थिति स्पष्ट की है. वह राष्ट्रीय हितों को प्राथमिकता देता है. साथ ही, वैश्विक शांति और सहयोग के लिए काम करता है. UNGA में मोदी का संबोधन भारत की कूटनीतिक ताकत को और मजबूत करेगा. उनकी यह यात्रा वैश्विक नेताओं के साथ संबंधों को और गहरा सकती है. इस सत्र में भारत के सामने कई मौके होंगे. वह जलवायु परिवर्तन, आर्थिक सहयोग और वैश्विक सुरक्षा जैसे मुद्दों पर अपनी बात रखेगा. दुनिया की नजरें भारत के रुख पर टिकी हैं.