lokasabha adhyaksh: कांग्रेस सांसद और सदन में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने ओम बिरला को लगातार दूसरी बार लोकसभा अध्यक्ष बनने पर शुभकामनाएं दी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे भरोसा है. वही अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे भरोसा है कि आप हमें हमारी आवाज उठाने देंगे. विपक्ष के लोगों की आवाज को खत्म करना संवैधानिक नहीं है. विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, "मैं आपको पूरे विपक्ष और इंडिया गठबंधन की तरफ से बधाई देना चाहता हूं.
ये सदन भारत के लोगो की आवाज का प्रतिनिधित्व करता है. आप उस आवाज के अंतिम निर्णायक हैं. सरकार के पास राजनीतिक शक्ति है लेकिन विपक्ष भी भारत के लोगों का प्रतिनिधित्व करता है और इस बार विपक्ष ने पिछली बार की तुलना में भारतीय लोगों की आवाज का काफी ज्यादा प्रतिनिधित्व किया है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आगे कहा कि विपक्ष आपके काम करने में आपकी सहायता करना चाहेगा. हम यह चाहते हैं कि सदन अच्छी तरह से काम करे. यह बहुत अहम है कि सहयोग विश्वास के आधार पर हो. यह बहुत अहम है कि विपक्ष की आवाज को इस सदन में प्रतिनिधित्व करने की अनुमति दी जाए. राहुल गांधी ने आगे कहा, "हमें पूरा विश्वास है कि विपक्ष को बोलने की अनुमति देकर, हमें भारत के लोगों का प्रतिनिधित्व करने की अनुमति देकर, आप भारत के संविधान की रक्षा करने का कर्तव्य निभाएंगे. मै एक बार फिर से आपको और सदन के सभी सदस्यों को बधाई देना चाहता हूं जिन लोगों ने चुनाव जीता है.
वहीं, सपा प्रमख अखिलेश यादव ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुखातिब होते हुए कहा कि जिस पद पर आप बैठे हैं, इससे बहुत गौरवशाली परंपराएं जुड़ी हुई हैं और हम सब यही मानते है. मानते हैं कि बिना किसी भेदभाव के सदन आगे बढ़ेगा. आप लोकसभा अध्यक्ष के रूप में हर पार्टी और ,सदस्य को बराबरी का मौका और सम्मान देंगे. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आगे कहा, "निष्पक्षता इस महान पद की महान जिम्मेदारी है, आप लोकतांत्रिक न्याय के मुख्य न्यायाधीश की तरह बैठे हैं. हम सब को आपसे अपेक्षा है कि आप किसी भी जनप्रतिनिधि की आवाज दबाई ना जाए और ना ही निष्कासन जैसी कार्यवाही दोबाना सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाए.
अखिलेश यादव ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से आगे कहा कि आपका अंकुश विपक्ष पर तो रहता ही है लेकिन आपका अंकुश सत्ता पक्ष पर भी रहे. आपके इशारे पर सदन चले, इसका उल्टा ना हो. हम आपको हर तरह के न्यायसंगत फैसले के साथ खड़े हैं. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने निशाना साधते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से आगे कहा कि मैं जिस सदन से आया हूं, उसकी कुर्सी बहुत ऊंची है. मुझे लगा कि यहां सदन में स्पीकर की कुर्सी ऊंची होगी. मैं किससे कहूं कि सदन की कुर्सी और ऊंची हो जाए. जहां ये नया सदन है, वहीं मैं आपकी पीठ के पीछे देख रहा हूं पत्थर तो सही लगे हैं लेकिन कुछ दरार में सीमेंट अब भी लगा दिखाई दे रहा है. अध्यक्ष महोदय मुझे उम्मीद है कि आप जितना सत्ता पक्ष को सम्मान देंगे उतना ही विपक्ष का सम्मान करके हमें भी अपनी बात रखने का मौका देंगे.