S Jaishankar: केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता, तब तक सिंधु जल संधि स्थगित रहेगी. उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हुए पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया. जयशंकर ने कहा कि खून और पानी साथ-साथ नहीं बह सकते.
जयशंकर ने सिंधु जल संधि को एक अनोखा समझौता बताया. उन्होंने कहा कि दुनिया में ऐसा कोई समझौता नहीं है, जहां एक देश अपनी प्रमुख नदियों को दूसरे देश में बिना अधिकार के बहने दे. यह संधि 1960 में हुई थी. जयशंकर ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बयान पर सवाल उठाए. नेहरू ने तब कहा था कि यह संधि पाकिस्तानी पंजाब के हित में है. इसमें कश्मीर, पंजाब, राजस्थान या गुजरात के किसानों का जिक्र नहीं था.
पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर जयशंकर ने कड़ा रुख अपनाया. उन्होंने कहा कि यह हमला अस्वीकार्य है. सीमा रेखा पार की गई है. दोषियों को जवाबदेह ठहराना जरूरी है. भारत ने पिछले दशक में आतंकवाद को वैश्विक मंचों जैसे ब्रिक्स, एससीओ और क्वाड पर प्रमुखता से उठाया है. जयशंकर ने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ लगातार आवाज उठा रहा है.
जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेहरू की गलतियों को सुधारा है. अनुच्छेद 370 को हटाने का फैसला इसका उदाहरण है. सिंधु जल संधि पर भी कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि 60 साल तक हमें बताया गया कि कुछ नहीं हो सकता. मोदी सरकार ने दिखाया कि गलतियों को सुधारा जा सकता है. संधि तब तक स्थगित रहेगी, जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को पूरी तरह बंद नहीं करता.
जयशंकर ने पाकिस्तान को साफ चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि आतंकवाद और जल संधि एक साथ नहीं चल सकते. भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस मुद्दे को मजबूती से उठाया है. विदेश मंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में पीछे नहीं हटेगा.