PM Modi Condoles Death of Saudi Arabia Grand Mufti: सऊदी अरब के ग्रैंड मुफ्ती शेख अब्दुलअजीज बिन अब्दुल्लाह बिन मोहम्मद अल-शेख का मंगलवार को 82 वर्ष की आयु में निधन हो गया. इस दुखद समाचार पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरी संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने एक्स पर लिखा कि सऊदी अरब के ग्रैंड मुफ्ती के निधन पर गहरी संवेदना. इस दुख की घड़ी में हमारी प्रार्थनाएं सऊदी अरब और उसके लोगों के साथ हैं.
शेख अब्दुलअजीज दो दशकों से अधिक समय तक सऊदी अरब के शीर्ष धार्मिक नेता रहे. वे वरिष्ठ विद्वानों की परिषद और मुस्लिम विश्व लीग की सर्वोच्च परिषद के प्रमुख थे. सऊदी शाही दरबार ने उनके निधन की घोषणा करते हुए कहा कि उनके निधन से इस्लामी जगत ने एक महान विद्वान खो दिया. शाही दरबार ने उनके योगदान को याद करते हुए गहरी शोक संवेदना व्यक्त की .
शाही दरबार के अनुसार, शेख अब्दुलअजीज की जनाजा की नमाज़ मंगलवार को अस्र की नमाज़ के बाद रियाद की इमाम तुर्की बिन अब्दुल्लाह मस्जिद में अदा की गई. किंग सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ अल सऊद ने आदेश दिया कि मक्का की ग्रैंड मस्जिद, मदीना की पैगंबर की मस्जिद और पूरे सऊदी अरब की मस्जिदों में उनकी अनुपस्थिति में जनाजा की नमाज़ पढ़ी जाए. यह कदम उनके प्रति सम्मान और उनके योगदान को दर्शाता है. शेख अब्दुलअजीज का जन्म 30 नवंबर, 1940 को मक्का में हुआ था. वे प्रसिद्ध अल-अश-शेख परिवार से थे, जो लंबे समय से इस्लामी विद्वता से जुड़ा है. उन्होंने छोटी उम्र में कुरान को याद किया और प्रमुख विद्वानों के मार्गदर्शन में इस्लामी न्यायशास्त्र का अध्ययन किया. उनकी शिक्षा और समर्पण ने उन्हें इमाम मुहम्मद इब्न सऊद विश्वविद्यालय में प्रोफेसर की भूमिका तक पहुंचाया, जहां उन्होंने कई विद्वानों को प्रशिक्षित किया.
शेख अब्दुलअजीज को सऊदी अरब में 1999 में ग्रैंड मुफ्ती नियुक्त किया गया. इस भूमिका में उन्होंने इस्लामी कानून और मार्गदर्शन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया . उनकी विद्वता और नेतृत्व ने सऊदी अरब के धार्मिक विमर्श को नई दिशा दी. उनके विचारों ने न केवल सऊदी अरब, बल्कि वैश्विक मुस्लिम समुदाय को भी प्रभावित किया. सऊदी किंग सलमान और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने शेख अब्दुलअजीज के परिवार और वैश्विक मुस्लिम समुदाय के प्रति संवेदना व्यक्त की. उनके निधन ने इस्लामी जगत में एक बड़ा शून्य छोड़ दिया है. उनकी शिक्षाएं और मार्गदर्शन लंबे समय तक याद किए जाएंगे. शेख अब्दुलअजीज के निधन से सऊदी अरब और विश्व के मुस्लिम समुदाय में शोक की लहर है . उनके योगदान ने इस्लामी विद्वता को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया . यह क्षति न केवल सऊदी अरब के लिए, बल्कि पूरे इस्लामी जगत के लिए अपूरणीय है .