एक ही दिन में इन तीन बड़े नेताओं ने थामा 'हाथ', जानिए कौन कहां से लड़ेगा चुनाव

Congress Party: आज कांग्रेस पार्टी में पप्पू यादव, दाविश अली और चौधरी लाल सिंह शामिल हो गए हैं. तीनों अब पार्टी की ओर से लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरने वाले हैं.

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Courtesy: google

Loksabha Election 2024: भारतीय निर्वाचन आयोग ने आगामी लोकसभा चुनावी की तारीखों का ऐलान कर दिया है. इसके बाद से ही देश में सियासी हलचल तेज हो गई है. तमाम पार्टियों में दल-बदल का सिलसिला भी जारी है. चुनाव से पहले कांग्रेस में 3 और नेता शामिल हो गए हैं. बुधवार 20 मार्च को पप्पू यादव, दाविश अली और चौधरी लाल सिंह ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है. कांग्रेस ने तीनों का खुशी से स्वागत किया है. पप्पू यादव ने कहा कि मैं कांग्रेस को मजबूत करने के लिए संघर्ष करूंगा और पूरी इस संबंध में अपनी पूरी ताकत से काम करूंगा. आगे हम तीनों नेताओं के बारे में जानेंगे.

कौन हैं पप्पू यादव

पप्पू यादव बिहार की राजनीति का बड़ा नाम हैं. वह 5 बार लोकसभा सांसद और विधायक रह चुके हैं. उन्होंने साल 2015 में अपनी जन अधिकार पार्टी बनाई थी. आरजेडी से वह दो बार सांसद रहे हैं. उन्होंने साल 1990 में पहली बार निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मधेपुरा की सिंहेश्वर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था. वह 10वीं लोकसभा के सदस्य चुने गए. फिर पप्पू यादव का राजनीतिक सफर ऐसे ही बढ़ता गया.

कौन हैं दानिश अली

कांग्रेस में शामिल होने के बाद दानिश ने कहा कि कोई देश में एक ओर विभाजनकारी शक्तियां है. वहीं दूसरी ओर गरीबों, वंचित, पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष वाले लोग हैं. दानिश अमरोहा से लोकसभा सांसद हैं. पिछले साल बसपा ने उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में निलंबित कर दिया था. फिर दानिश ने कांग्रेस का खुलकर समर्थन किया. वह राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में भी शामिल हुए थे. उन्होंने राजनीति सफर की शुरुआत जनता दल से की थी.

कौन हैं चौधरी लाल सिंह

चौधरी लाल सिंह उधमपुर से 2 बार पूर्व सांसद रह चुके हैं. वह जम्मू-कश्मीर में स्वास्थ्य मंत्री और वन मंत्री भी रह चुके हैं. उन्होंने अपने इस सफर की शुरुआत छात्र नेता के रूप में की थी. फिर वह 1996 के जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में बशोली सीट से विधायक चुने गए. वह 2014 में कांग्रेस से अलग होकर बीजेपी में शामिल हो गए थे. उन्हें 2018 में कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और भाजपा से अलग होकर अपनी पार्टी बना ली थी.