Vice President Elections: उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष अपने उम्मीदवार चुनने की तैयारी में है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया कि विपक्षी नेता आज शाम इस मुद्दे पर चर्चा के लिए बैठक करेंगे. हालांकि एक दिन पहले यानी रविवार को एनडीए द्वारा अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी गई. एनडीए ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए नामित किया.
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने रविवार को ऐलान किया कि सीपी राधाकृष्णन को एनडीए का उम्मीदवार चुना गया है. नड्डा ने कहा कि यह फैसला एनडीए के सहयोगी दलों के साथ गहन विचार-विमर्श के बाद लिया गया. राधाकृष्णन का राजनीतिक सफर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ता के रूप में शुरू हुआ था. वे झारखंड के राज्यपाल, तेलंगाना के अतिरिक्त प्रभार और पुडुचेरी के उपराज्यपाल रह चुके हैं. इसके अलावा, वे तमिलनाडु में भाजपा के प्रमुख और सांसद भी रहे हैं.
कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि भारत गठबंधन ने इस मुद्दे पर कुछ चर्चाएं की हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही आम सहमति बन जाएगी और विपक्ष अपने उम्मीदवार की घोषणा करेगा. नड्डा ने भी कहा कि विपक्ष ने उम्मीदवार के समर्थन का फैसला उनके प्रोफाइल पर आधारित होगा. उन्होंने आशा व्यक्त की कि उपराष्ट्रपति का चुनाव सर्वसम्मति से होगा. राधाकृष्णन की उम्मीदवारी को लेकर विपक्ष में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आई हैं. कुछ नेताओं ने उनके अनुभव की सराहना की, जबकि कुछ ने उनके आरएसएस से जुड़ाव पर सवाल उठाए.
कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा कि राधाकृष्णन की आरएसएस पृष्ठभूमि को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. समाजवादी पार्टी के सांसद वीरेंद्र सिंह ने भी यही बात दोहराई. उन्होंने कहा कि यह फैसला एनडीए ने नहीं, बल्कि आरएसएस ने लिया है. उन्होंने एनडीए के सहयोगी दलों से अपनी स्थिति पर विचार करने को कहा. उधर, उद्धव सेना के नेता संजय राउत ने राधाकृष्णन को "संतुलित व्यक्तित्व" बताया. उन्होंने कहा कि अगर महाराष्ट्र का राज्यपाल उपराष्ट्रपति बनता है, तो उनकी पार्टी खुश होगी. हालांकि, राउत ने यह भी कहा कि भारत गठबंधन आज इस मुद्दे पर चर्चा करेगा और जल्द फैसला लेगा. उन्होंने देश में वोट चोरी जैसे गंभीर मुद्दों पर भी ध्यान देने की बात कही. जगदीप धनखड़ के स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति का पद खाली हुआ था. इसके बाद 9 सितंबर को इस पद के लिए चुनाव होने हैं. राधाकृष्णन की उम्मीदवारी और विपक्ष की रणनीति पर सभी की निगाहें टिकी हैं.