हर वर्ष विश्व डायबिटीज डे को मनाए जाने के पीछे की वजह इसकी रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक करना है. बता दें कि इंटरनेशनल डायबिटीज फाउंडेशन ने सबसे पहले डायबिटीज की रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत को महसूस करते हुए इस दिन को मनाने की शुरुआत की थी. जिसके बाद 1991 में संयुक्त राष्ट्र ने पूरी दुनिया में विश्व इस दिवस को मनाने का फैसला लिया
14 नवंबर को ही इस इस दिवस को इसलिए मनाया जाता है, क्योंकि 1992 में सर फ्रेडरिक बैंटिंग ने चार्ल्स बेस्ट के साथ मिलकर इस बीमारी के इंसुलिन (इन्जेक्शन) की खोज की थी, और इसी दिन सर फ्रेडरिक बैंटिंग का जन्मदिन भी मनाया जाता है. ऐसे में इंसुलिन की खोज की उपलब्धि के लिए सर फ्रेडरिक बैंटिंग को याद रखने के लिए उनके जन्मदिन के मौके पर डायबिटीज दिवस मनाया जाने लगा.
आपको बता दें, कि भले ही 1991 में डायबिटीज डे को वैश्विक स्तर पर मनाने का फैसला लिया गया लेकिन डायबिटीज का पहला मरीज दशकों पहले पाया गया.1550 बी सी में पहला डायबिटीज का मरीज इजिप्ट में मिला था.
हर वर्ष डायबिटीज डे को किसी खास थीम के आधार पर मनाया जाता है. इस बार इस दिवस की थीम 'एक्सेस टू डायबिटीज केयर है. इसका अर्थ डायबिटीज के मरीजों की देखभाल पर ध्यान से है.
इस दिन को मनाने का उद्देश्य डायबिटीज के बारे में लोगों के बीच जागरूकता फैलाना है, ताकि इसके लक्षणों और उपचार के बारे में पता चल सके.