Daler Mehndi: मशहूर पंजाबी गायक-संगीतकार दलेर मेहंदी आज 55 साल के हो गए. उनके जन्मदिन पर प्रशंसकों ने उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं दीं. उन्होंने अपनी आवाज से दुनिया भर में नाम कमाया है. आइए, उनके जीवन और करियर के कुछ रोचक पहलुओं पर नज़र डालें.
दलेर मेहंदी का संगीत के प्रति जुनून बचपन से ही था. मात्र 13 साल की उम्र में उन्होंने पहली बार मंच पर प्रस्तुति दी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि संगीत सीखने के लिए वे घर से भाग गए थे? पटियाला घराने की शैली से प्रभावित दलेर ने उस्ताद राहत अली खान से प्रशिक्षण लिया. इस फैसले ने उनके जीवन को बदल दिया.
दलेर मेहंदी के नाम के पीछे भी एक रोचक कहानी है. उनके माता-पिता एक मशहूर डाकू दलेर सिंह से प्रभावित थे. इसलिए, उन्होंने अपने बेटे का नाम दलेर सिंह रखा. बाद में, दलेर ने परवेज़ मेहंदी से प्रेरणा लेकर अपने नाम में 'मेहंदी' जोड़ा. यही नाम आज दुनिया भर में मशहूर है. दलेर मेहंदी ने पंजाबी संगीत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया. उनके गाने जैसे 'तुनक तुनक तुन' और 'ना ना ना ना रे' आज भी लोगों की ज़ुबान पर हैं. शादी-विवाह हो या उत्सव, उनके गानों के बिना हर महफिल अधूरी लगती है. उनकी ऊर्जावान प्रस्तुतियों ने उन्हें देश-विदेश में लोकप्रिय बनाया.
दलेर ने न केवल भारत में, बल्कि दुनिया भर में अपनी आवाज़ का जादू बिखेरा. अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, यूएई, स्पेन, दक्षिण अफ्रीका, मलेशिया, पाकिस्तान और यूके जैसे देशों में उन्होंने लाइव प्रदर्शन किए. उनके एल्बम्स ने भी इन देशों में धूम मचाई. उनकी आवाज़ सीमाओं को पार कर हर दिल तक पहुंची. दलेर ने साल 2000 में अपनी रिकॉर्ड कंपनी 'डी रिकॉर्ड्स' शुरू की. इस लेबल ने हुसैन बख्श और सफ़री बॉयज़ जैसे कलाकारों को मौका दिया. दलेर ने न केवल अपने गाने रिकॉर्ड किए, बल्कि नए प्रतिभाओं को भी प्रोत्साहित किया. उनकी कंपनी ने कई हिट गाने दिए. दलेर मेहंदी ने बॉलीवुड में भी अपनी आवाज़ का जादू दिखाया. प्रभास की 'बाहुबली' और आमिर खान की 'दंगल' जैसी फिल्मों के गाने उनकी आवाज़ से सजे. इन गानों ने दर्शकों का दिल जीता और उनकी लोकप्रियता को और बढ़ाया.