Udaipur Files: राजस्थान के उदयपुर में 2022 में हुए दर्जी कन्हैयालाल की हत्या पर आधारित फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' बॉक्स ऑफिस पर दर्शकों का ध्यान खींचने में नाकाम रही है. फिल्म के निर्माता अमित जानी, जो मेरठ के रहने वाले हैं और उत्तर प्रदेश नवनिर्माण सेना के प्रमुख हैं, ने इस असफलता पर गहरा दुख जताया है. सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में अमित जानी ने हिंदू समुदाय को निशाने पर लेते हुए उन्हें 'मरी हुई कौम' करार दिया और फिल्म की नाकामी के लिए उनपर गुस्सा जाहिर किया.
अमित जानी ने वीडियो में कहा, 'हिंदू समाज अश्लील फिल्में देखने के लिए सिनेमाघरों में उमड़ पड़ता है, लेकिन जब कन्हैयालाल जैसे गंभीर मुद्दे पर बनी फिल्म की बारी आती है, तो कोई समर्थन नहीं करता.' उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ लोग, जो खुद को हिंदू कहते हैं, वामपंथी और तुष्टिकरण की विचारधारा से प्रभावित हैं, जिसके कारण फिल्म को नुकसान हुआ. इसके अलावा उन्होंने मुस्लिम संगठनों पर फिल्म की रिलीज में बाधा डालने का आरोप लगाया.
'उदयपुर फाइल्स' को रिलीज से पहले ही कई विवादों का सामना करना पड़ा. फिल्म के ट्रेलर को लेकर कुछ मुस्लिम संगठनों ने आपत्ति जताई थी, जिसमें जमीअत उलेमा-ए-हिंद ने दिल्ली, महाराष्ट्र और गुजरात हाई कोर्ट में याचिका दायर कर रिलीज पर रोक की मांग की थी. उनका दावा था कि फिल्म सांप्रदायिक सद्भाव को नुकसान पहुंचा सकती है. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने रिलीज पर रोक लगाने से इनकार कर दिया और दिल्ली हाई कोर्ट को याचिकाओं पर सुनवाई का निर्देश दिया.
फिल्म को सेंसर बोर्ड ने 150 कट्स के साथ मंजूरी दी थी और इसे 8 अगस्त 2025 को रिलीज किया गया. अमित जानी ने दावा किया कि फिल्म को रोकने के लिए कई ताकतों ने साजिश रची, लेकिन वह इसे रिलीज करने में सफल रहे. उन्होंने यह भी कहा कि वह कन्हैयालाल के परिवार को 50 करोड़ रुपये का चेक देना चाहते हैं, जिसके लिए फिल्म को भारी समर्थन की जरूरत थी. अमित जानी को फिल्म के बाद से धमकियां भी मिल रही हैं, जिसके चलते केंद्र सरकार ने उन्हें वाई-श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है.