ओटीटी पर हुई रिलीज To Kill A Tiger डॉक्यूमेंट्री, ऑस्कर के लिए हो चुकी है नॉमिनेटेड फिल्म

To Kill A Tiger: निशा पाहुजा के निर्देशन में बनी 'टू किल अ टाइगर' की स्टोरी की बात करें तो यह बेहद संवेदनशील है. यह कहानी झारखंड के एक परिवार की है. जहां साल 2017 में एक बारात से घर लौटते हुए एक 13 साल की किशोरी के साथ तीन लोगों द्वारा किए दुष्कर्म की घटना की कहानी को दिखाया गया है.

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हाइलाइट्स

  • ओटीटी पर हुई रिलीज To Kill A Tiger डॉक्यूमेंट्री
  • ऑस्कर के लिए हो चुकी है नॉमिनेटेड फिल्म

To Kill A Tiger: डायरेक्टर निशा पाहुजा के निर्देशन में बनी पूजा डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'टू किल अ टाइगर' को लेकर दर्शकों के बीच चल रहे लंबे इंतजार के बाद आज (10 मार्च) को रिलीज कर दिया गया है. बता दें कि यह डॉक्यूमेंट्री फिल्म 96वें एकेडमी अवॉर्ड्स (ऑस्कर) में बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फीचर के लिए नॉमिनेटेड हुई है. बीते कुछ दिन पहले ही इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया गया था. जिसको फैंस की तरफ से खूब पसंद किया गया था. जिसके बाद दर्शकों के बीच इस फिल्म के रिलीज को लेकर इंतजार देखा जा रहा था. ऐसे में अब इस फिल्म को ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज कर दिया गया है. 

नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई फिल्म 

बता दें, कि मनोरंजन जगत का सबसे फेमस एकेडमी अवॉर्ड्स 'ऑस्कर' 10 मार्च को लॉस एंजिल्स के डॉल्बी थिएटर में आयोजित होने जा रहा है. ऐसे में हर किसी की निगाहें उसी पर टिकी हुई है. इस दौरान इस अवॉर्ड्स फंक्शन के शुरू होने से कुछ घंटों पहले नेटफ्लिक्स ने 10 मार्च को ही डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'टू किल अ टाइगर' को रिलीज कर दिया है. 

इस दौरान नेटफ्लिक्स ने एक पोस्टर जारी करते हुए लिखा, "विपरीत परिस्थितियों में साहस, लचीलेपन और धैर्य की एक वास्तविक कहानी- अब फेमस डॉक्यूमेंट्री फीचर के लिए एकेडमी अवॉर्ड्स नॉमिनेटेड टू किल ए टाइगर अब स्ट्रीमिंग हो रही है, केवल नेटफ्लिक्स पर". 

सच्ची घटना पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्म

निशा पाहुजा के निर्देशन में बनी 'टू किल अ टाइगर' की  स्टोरी की बात करें तो यह बेहद संवेदनशील है. यह कहानी झारखंड के एक परिवार की है.  जहां साल 2017 में एक बारात से घर लौटते हुए एक 13 साल की किशोरी के साथ तीन लोगों ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. इस फिल्म में रेप का शिकार हुई बेटी को न्याय दिलाने के लिए एक पिता कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाता है. ऐसे में उसके परिवार वालों को जान से मारने की धमकियां  तक मिलती हैं. भय और शंका के बाद भी पिता अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए कैसे लड़ाई लड़ता है, डॉक्यूमेंट्री में इसी कहानी फिल्माया गया है.