North Korea: नॉर्थ कोरिया ने साउथ कोरिया की सेना पर सीमा के पास अपने सैनिकों पर गोलीबारी करने का गंभीर आरोप लगाया है. नॉर्थ कोरियाई सेना के लेफ्टिनेंट जनरल जोंग चोल ने दावा किया कि यह घटना मंगलवार को उस समय हुई, जब उनके सैनिक सीमा को स्थायी रूप से बंद करने के लिए कार्य कर रहे थे.
इस घटना की पुष्टि साउथ कोरिया ने अभी तक नहीं की है. नॉर्थ कोरिया ने चेतावनी दी है कि इस तरह की कार्रवाइयां क्षेत्र में तनाव को खतरनाक स्तर तक बढ़ा सकती हैं, जिसे नियंत्रित करना मुश्किल हो सकता है.
अप्रैल में भी हुई थी सैन्य झड़प
इससे पहले अप्रैल 2024 में साउथ कोरियाई सेना ने 10 नॉर्थ कोरियाई सैनिकों पर गोलीबारी की थी. साउथ कोरिया का कहना था कि ये सैनिक डिमिलिटराइज्ड जोन (DMZ) में सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे. यह क्षेत्र बारूदी सुरंगों और घने जंगलों से भरा हुआ है, जिसे दोनों देशों के बीच तनाव का प्रमुख केंद्र माना जाता है. नॉर्थ कोरिया ने इस घटना को उकसावे की कार्रवाई करार दिया था.
सीमा को स्थायी रूप से बंद करने की योजना
नॉर्थ कोरिया ने अक्टूबर 2024 में घोषणा की थी कि वह अपनी दक्षिणी सीमा को पूरी तरह से बंद कर देगा. इसके तुरंत बाद, नॉर्थ कोरिया ने साउथ कोरिया से जोड़ने वाली सड़कों और रेलमार्गों को विस्फोटकों से नष्ट कर दिया. हालांकि, ये मार्ग पहले से ही उपयोग में नहीं थे. नॉर्थ कोरिया ने स्पष्ट किया कि यदि साउथ कोरिया ने उनकी सीमा बंद करने की प्रक्रिया में कोई दखल दिया, तो वह इसका कड़ा जवाब देगा.
गुब्बारों और लाउडस्पीकरों का विवाद
पिछले साल दोनों देशों के बीच अहिंसक लेकिन तनावपूर्ण घटनाएं भी देखने को मिलीं. नॉर्थ कोरिया ने साउथ कोरिया की ओर हजारों कचरा ले जाने वाले गुब्बारे भेजे थे, जिसे उन्होंने साउथ कोरियाई कार्यकर्ताओं द्वारा भेजे गए उत्तर-विरोधी प्रचार गुब्बारों का जवाब बताया.
इसके जवाब में साउथ कोरिया ने सीमा पर लाउडस्पीकरों के जरिए के-पॉप संगीत और अंतरराष्ट्रीय समाचार प्रसारित किए, जो छह साल में पहली बार हुआ. नॉर्थ कोरिया ने भी जवाबी कार्रवाई में अजीबोगरीब आवाजें बजाईं, जिससे साउथ कोरियाई नागरिकों में असंतोष फैला. जून 2024 में साउथ कोरिया के नए राष्ट्रपति ली जे म्युंग के चुने जाने के बाद डिमिलिटराइज्ड जोन में प्रसारण रोक दिया गया, और नॉर्थ कोरिया ने भी अपने स्पीकर हटा लिए.
बातचीत के प्रस्ताव को ठुकराया
साउथ कोरिया के राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने नॉर्थ कोरिया के साथ बिना शर्त बातचीत की पेशकश की है. उन्होंने हाल ही में कहा कि उनकी सरकार तनाव कम करने और विश्वास बहाली के लिए लगातार प्रयास करेगी.
हालांकि, नॉर्थ कोरियाई नेता किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने साफ कहा कि उनके देश की साउथ कोरिया के साथ संबंध सुधारने की कोई इच्छा नहीं है.
इस समय तनाव बढ़ा
नॉर्थ और साउथ कोरिया के बीच तनावपूर्ण रिश्ते क्षेत्रीय स्थिरता के लिए चुनौती बने हुए हैं. नॉर्थ कोरिया की आक्रामक नीतियां और साउथ कोरिया की जवाबी कार्रवाइयां दोनों देशों के बीच विश्वास की कमी को दर्शाती हैं. अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील कर रहा है.