व्हाइट हाउस ने भारत-पाकिस्तान युद्धविराम पर दोहराया दावा, भारत ने साफ किया इनकार

व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रोका. वह रूस-यूक्रेन और इज़राइल-गाजा संघर्षों को भी खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं.

Date Updated
फॉलो करें:
Courtesy: Social Media

White House on India Pakistan Ceasefire: व्हाइट हाउस ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मई में पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव को शांत करने का श्रेय दिया. ट्रंप ने बार-बार दोनों परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच युद्धविराम कराने का दावा किया है. हालांकि भारत ने इन दावों को मानने से पूरी तरह से इनकार कर दिया. 

व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रोका. वह रूस-यूक्रेन और इज़राइल-गाजा संघर्षों को भी खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं. ट्रंप ने दावा किया कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष में पांच जेट विमान मार गिराए गए. उन्होंने इसे गंभीर युद्ध बताया, जिसे उन्होंने रोका.

भारत ने साफ किया इनकार 

भारतीय सेना द्वारा पहलगाम हमले के वक्त पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया. इन हमलों में सैकड़ों आतंकवादी मारे गए. पाकिस्तान ने जवाबी हमले किए, लेकिन भारत ने उसके ड्रोन और हवाई ठिकानों को नष्ट कर दिया. चार दिन तक चले इस संघर्ष को दोनों देशों के डीजीएमओ के समझौते ने रोका. पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप से फोन पर बात की. उन्होंने साफ कहा कि भारत न मध्यस्थता स्वीकार करता है, न भविष्य में करेगा. भारत का कहना है कि कश्मीर और पाकिस्तान से जुड़े मुद्दे द्विपक्षीय हैं. ट्रंप के दावों को भारत ने बार-बार खारिज किया है.

ट्रंप के दावों के कारण भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ा तनाव

पाकिस्तान ने ट्रंप के हस्तक्षेप की सराहना की. उसने ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित भी किया. पाकिस्तान के इस रुख से भारत-पाक तनाव में नया मोड़ आया है. ट्रंप के दावों ने दोनों देशों के बीच राजनयिक तनाव को और बढ़ाया है. पहलगाम हमले और उसके बाद हुए भारत-पाक संघर्ष ने क्षेत्रीय स्थिरता पर सवाल उठाए. भारत ने अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन किया और पाकिस्तान को जवाबी कार्रवाई में नुकसान उठाना पड़ा. इस संक्षिप्त युद्ध ने दोनों देशों के बीच तनाव को फिर से उजागर किया.

डीजीएमओ की बातचीत से युद्धविराम तो हुआ, लेकिन शांति की राह अभी लंबी है. ट्रंप के दावों ने भारत-पाक संबंधों में नई जटिलता जोड़ी है. भारत अपनी संप्रभुता और स्वतंत्र नीति पर कायम है. दूसरी ओर, पाकिस्तान ट्रंप के समर्थन से अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी बात रखने की कोशिश कर रहा है. इस बीच, क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए दोनों देशों को सतर्क रहना होगा.

Tags :