प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण में ओमान पहुंचकर द्विपक्षीय रिश्तों को नई दिशा दी है. यह यात्रा दोनों देशों के बीच 70 वर्षों के राजनयिक संबंधों को और गहरा करने वाली साबित हो रही है.
प्रधानमंत्री मोदी बुधवार शाम मस्कट हवाई अड्डे पर पहुंचे. यहां ओमान के उप प्रधानमंत्री सैय्यद शिहाब बिन तारिक अल सईद ने गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित कर के उनका स्वागत किया. यह यात्रा जॉर्डन और इथियोपिया के बाद हुई है. ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक के निमंत्रण पर यह दूसरी यात्रा है.
इंडिया-ओमान बिजनेस फोरम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने पिछले 11 वर्षों के सुधारों पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि भारत ने सिर्फ नीतियां नहीं बदलीं, बल्कि अपना आर्थिक डीएनए बदल दिया है. जीएसटी ने पूरे देश को एक बड़ा बाजार बना दिया. इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड ने वित्तीय अनुशासन लाया. इससे पारदर्शिता बढ़ी और निवेशकों का भरोसा मजबूत हुआ. भारत अब दुनिया के सबसे प्रतिस्पर्धी बाजारों में शुमार है. पीएम मोदी ने कॉम्प्रिहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट (CEPA) को ऐतिहासिक बताया. यह व्यापार में नया विश्वास जगाएगा. दोनों देशों की साझेदारी को मजबूती मिलेगी. यह समझौता व्यापार को गति देगा. हर क्षेत्र में निवेश के नए अवसर खुलेगा. यह हमारे साझा भविष्य का खाका है.
पीएम मोदी ने भारत-ओमान के 70 साल पुराने राजनयिक संबंधों की तारीफ की. उन्होंने कहा कि यह रिश्ता विश्वास पर टिका है. दोस्ती की ताकत से आगे बढ़ा है. समय के साथ और मजबूत हुआ है. यह सिर्फ 70 साल का उत्सव नहीं है. यह सदियों पुरानी विरासत को समृद्ध भविष्य से जोड़ने का मील का पत्थर है. बिजनेस समिट पर उम्मीद जताते हुए पीएम ने कहा कि यह भारत-ओमान संबंधों को नई गति देगा. साझेदारी नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगी. ओमान की कंपनियों को भारत की विकास गाथा में भागीदार बनने का न्योता दिया. भारत तेजी से बढ़ रही अर्थव्यवस्था है. इससे दोनों देशों को फायदा होगा. यह यात्रा दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है. व्यापार, निवेश और रणनीतिक सहयोग बढ़ेगा. भारत-ओमान की दोस्ती और मजबूत होगी.