Office Etiquette: नौकरी पेशा वाले लोग अपने जीवन का आधा समय अपने ऑफिस में बीताते हैं. ऐसे वहां का वातावरण आप पर काफी प्रभाव डालता है. अगर वहां के लोग निगेटिव है तो आप पर भी उसका असर पड़ेगा. ऐसे में आपको अपने वर्क लाइफ को मेंटेन करने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरुरी है.
कुछ ऑफिस में लोग अपने सहकर्मी से बात ही नहीं करते है तो वहीं कुछ दफ्तरों में सहकर्मी दोस्त बन जाते हैं. लेकिन कुछ ऐसी बातें होती हैं जिसे दोस्ती होने के बाद भी बताने से बचना जरूरी होता है. इनसे न सिर्फ आपके व्यक्तिगत रिश्ते प्रभावित हो सकते हैं बल्कि यह आपकी पेशेवर छवि भी खराब कर सकते हैं. यदि आप चाहते हैं कि आपकी नौकरी सुरक्षित रहे और आप ऑफिस में अच्छा इम्प्रेशन बना सकें, तो इन 5 बातों से बचें
1. निजी जिंदगी पर नो चर्चा
ऑफिस में अपनी निजी जिंदगी और वित्तीय स्थिति के बारे में बात करना अकसर गलत साबित हो सकता है. खासकर जब बात आपकी सैलरी, लोन या निवेश की हो. ऐसा करने से न सिर्फ आपका निजी जीवन सार्वजनिक हो सकता है, बल्कि इससे सहकर्मियों के बीच प्रतिस्पर्धा भी बढ़ सकती है. इसलिए, इन व्यक्तिगत मुद्दों पर चर्चा से बचें.
2. बॉस की बुराई ना करें
ऑफिस में गपशप एक आम बात है, लेकिन दूसरों के बारे में नकारात्मक बातें करना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है. खासकर अपने बॉस या सहकर्मियों की बुराई करना. यह जानकारी अक्सर विकृत रूप में फैली जाती है, जिससे आपकी छवि खराब हो सकती है. बेहतर होगा कि आप हमेशा सकारात्मक रहें और किसी के बारे में बुरा न कहें.
3. स्वास्थ्य समस्याओं को ज्यादा ना बताएं
यदि आप स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो उन्हें ऑफिस में हर किसी से साझा करने से बचें. कुछ सहकर्मी आपके स्वास्थ्य के बारे में अनावश्यक सवाल पूछ सकते हैं, जिससे आप असहज महसूस कर सकते हैं. केवल भरोसेमंद और आवश्यक लोगों को ही अपनी समस्याएं बताएं.
4. राजनीतिक और धार्मिक विचार दूर रखें
ऑफिस में राजनीति और धर्म पर चर्चा से बचना चाहिए क्योंकि यहां सभी की सोच अलग-अलग होती है. इन मुद्दों पर अपनी राय साझा करने से कभी-कभी विवाद हो सकता है, जिससे आपकी पेशेवर छवि को नुकसान हो सकता है. इसलिए, इन संवेदनशील विषयों से बचें और सहकर्मियों के विचारों का सम्मान करें.
5. करियर के लक्ष्यों पर चर्चा करने से बचें
अपने करियर के भविष्य और व्यक्तिगत लक्ष्यों के बारे में ऑफिस में ज्यादा बात न करें. यह आपको अपने सहकर्मियों से मुकाबले में ला सकता है, जो आपकी योजनाओं को लेकर ईर्ष्या या प्रतिस्पर्धा महसूस कर सकते हैं. इससे आपकी मेहनत को कभी-कभी सही पहचान नहीं मिल पाती है.