टैरिफ विवाद के बीच PM मोदी ने बुलाई आपात बैठक, केंद्रीय मंत्रिमंडल में मुद्दे पर चर्चा की उम्मीद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी शुक्रवार को दोपहर एक बजे कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई है. इस बैठक में अमेरिका के साथ टैरिफ विवाद मुद्दे पर चर्चा की उम्मीद है.

Date Updated
फॉलो करें:
Courtesy: Social Media

Union Cabinet Metting: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत की टैरिफ लगा दी है. जिसके बाद भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ विवाद काफी ज्यादा बढ़ गया है. इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी शुक्रवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की आपात बैठक बुलाई है. इस बैठक में अमेरिकी टैरिफ पर कार्रवाई तय करने की उम्मीद जताई जा रही है. 

डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को टैरिफ मुद्दे के समाधान तक भारत के साथ किसी भी तरह के व्यापार समझौते पर बातचीत से बिल्कुल मना कर दिया है. हालांकि पीएम मोदी ने भी कल एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत अपने देश के किसानों के हित से कोई भी समझता नहीं करने वाला है. 

अमेरिका के टैरिफ का भारत ने दिया जवाब 

अमेरिका ने बुधवार को भारत पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने का ऐलान किया. हालांकि इससे पहले भी भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाए गए थे. जो की 7 अगस्त से लागू भी हो चुका है. वहीं अतिरिक्त शुल्क 21 अगस्त से लागू किए जाएंगे. डोनाल्ड ट्रंप के इस एक्शन पर विदेश मंत्रालय ने भी तीखी टिप्पणी की है. उन्होंने इस कदम की निंदा करते हुए कहा कि यह पूरी तरह से अनुचित है. भारत की ओर से कहा गया कि अमेरिका खुद रूस से कई तरह के व्यापार कर रहा है, ऐसे में भारत पर व्यापार ना करने का दवाब बनाना पूरी तरह से गलत है. विदेश मंत्रालय की ओर से यह भी साफ कर दिया गया कि भारत अपने राष्ट्रहित को ध्यान में रखते हुए रूस के साथ व्यापार करता रहेगा. भारत अपने जरूरत का केवल 0.2% ही तेल रूस से खरीदता है. भारत सरकार ने यह साफ किया कि भारत अपने देश के हित को प्राथमिकता से कोई समझौता नहीं करेगा. 

किसानों का कल्याण सर्वोच्च प्राथमिकता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दिल्ली में एमएस स्वामीनाथन शताब्दी अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में बोलते हुए स्वीकार किया कि ऐसा रुख अपनाने पर उन्हें व्यक्तिगत रूप से भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि वह इसके लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि हमारे लिए किसानों का कल्याण सर्वोच्च प्राथमिकता है. हम किसानों के हितों से कोई भी समझौता नहीं करने वले हैं. मुझे पता है कि मुझे इसकी कीमत चुकानी पड़ सकती है और मैं इसके लिए तैयार हूं. आज के बैठक में किसी बड़े फैसले की उम्मीद की जा रही है. 

Tags :