राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के शहरों में सोमवार की सुबह घने कोहरे ने दृश्यता को शून्य कर दिया, जबकि हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गई. एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 से ऊपर दर्ज किया गया, जिससे निवासियों को सांस लेने में तकलीफ और स्वास्थ्य जोखिम बढ़ गए.
विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति खासकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए खतरनाक है. मौसम विभाग ने भी आने वाले दिनों में उत्तर भारत में कोहरे की चेतावनी दी है, जो यातायात और दैनिक जीवन को प्रभावित कर सकता है.
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक, सोमवार सुबह कई प्रमुख मॉनिटरिंग स्टेशनों पर AQI 400 से अधिक दर्ज किया गया. आनंद विहार में 458, अशोक विहार में 430, बुराड़ी क्रॉसिंग में 401, चांदनी चौक में 426, जहांगीरपुरी में 439, मुंडका में 416, नरेला में 404 और ओखला फेज-2 में 411 का स्तर देखा गया.
AQI में यह लगातार गिरावट 25 दिसंबर से जारी है, जब से AQI में तेजी से वृद्धि हुई है. प्रदूषण के इस स्तर पर सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं आम हो गई हैं. विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि लोग घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनें और अनावश्यक यात्रा से बचें.
मौसम विभाग ने दिल्ली के लिए 29 दिसंबर को ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 7 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. उत्तर भारत के कई हिस्सों में घना कोहरा छाया रहेगा, जिसमें हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश शामिल हैं. 31 दिसंबर तक रात और सुबह के समय विजिबिलिटी कम रहेगी, जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश में 1 जनवरी तक स्थिति बनी रह सकती है. उसके बाद धीरे-धीरे सुधार की उम्मीद है.
दिल्ली-NCR में कोहरे के कारण IGI एयरपोर्ट ने नई एडवाइजरी जारी की है, जिसमें फ्लाइट्स में देरी की चेतावनी दी गई है. यह मौसमी बदलाव प्रदूषण को और बढ़ा रहा है, क्योंकि ठंडी हवा में प्रदूषक कण नीचे जम जाते हैं. CAQM स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है. एक अधिकारी ने बताया कि अगर AQI में और वृद्धि हुई तो ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) की उप-समिति की बैठक बुलाई जा सकती है.