West Bengal: पश्चिम बंगाल से एक दर्दनाक घटना सामने आई है. दरअसल पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में साधुओं के एक समूह को चोर समझकर भीड़ ने बेरहमी से पीटा है. इस मॉब लिंचिंग का वीडियो सामने आया है. ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. मामले पर भारतीय जनता पार्टी ने सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा है. वहीं टीएमसी ने इन आरोपों पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
इस वीडियों पर बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होने पोस्ट कर लिखा कि, 'ममता बनर्जी की गहरी चुप्पी शर्मशार करने वाली. क्या ये साधु आपकी मान्यता के योग्य नहीं हैं? अत्याचार जवाबदेही की मांग करता है.'
Absolutely shocking incident reported from Purulia in West Bengal. In a Palghar kind lynching, sadhus traveling to Gangasagar for Makar Sankranti, were stripped and beaten by criminals, affiliated with the ruling TMC.
— Amit Malviya (@amitmalviya) January 12, 2024
In Mamata Banerjee’s regime, a terrorist like Shahjahan Sheikh… pic.twitter.com/DsdsAXz1Ys
सोशल मीडिया पर लिंचिंग का वीडियो वायरल
इस वायरल वीडियो में साधुओं के कपड़े उतारते हुए भीड़ को देखा जा सकता है. वहीं, लोगों को उन पर हमला करते भी देखा जा सकता है. 30 सेकेंड का ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने इस घटना की तुलना साल 2020 में महाराष्ट्र के पालघर मॉब लिंचिंग से करते हुए कहा, 'पश्चिम बंगाल के पुरुलिया से चौंका देने वाली घटना सामने आई है. मकर संक्रांति के लिए गंगासागर जा रहे साधुओं को सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी से जुड़े अपराधियों ने निर्वस्त्र कर पीटा.'
बीजेपी ने ममता सरकार पर साधा निशाना
अमित मालवीय ने ममता सरकार पर हमला बोलते हुए लिखा कि, 'बंगाल में हिंदू होना अपराध है, ममता बनर्जी के शासन में शाहजहां शेख जैसे आतंकवादी को राज्य संरक्षण मिलता है और साधुओं को पीट-पीटकर मार डाला जाता है.'
वहीं, बीजेपी बंगाल के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने भी हमले को लेकर ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'पुरुलिया से चौंकाने वाली घटना. गंगासागर जा रहे साधुओं को टीएमसी से जुड़े अपराधियों ने निर्वस्त्र कर पीटा, जो पालघर त्रासदी की तरह है. ममता बनर्जी के शासन में, शाहजहां जैसे आतंकवादी को राज्य संरक्षण मिलता है, जबकि साधुओं को हिंसा का सामना करना पड़ता है. पश्चिम बंगाल में हिंदू होना अपराध है.'