डब्ल्यूएचओ ने सरकारों से कुष्ठ रोग उन्मूलन को प्राथमिकता देने का आग्रह किया

नयी दिल्ली:  विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सरकारों से कुष्ठ रोग उन्मूलन को प्राथमिकता देने और निगरानी, ​​उपचार, देखभाल और सहायता के लिए निरंतर वित्तपोषण सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है.

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Courtesy: Social Media

नयी दिल्ली:  विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सरकारों से कुष्ठ रोग उन्मूलन को प्राथमिकता देने और निगरानी, ​​उपचार, देखभाल और सहायता के लिए निरंतर वित्तपोषण सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है.

नीति और निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में कुष्ठ रोग से प्रभावित लोगों को शामिल करने का भी आह्वान किया गया है. हर साल जनवरी के अंतिम रविवार को मनाया जाने वाला ‘विश्व कुष्ठ दिवस’ इस रोग के बारे में जागरूकता बढ़ाने तथा वैश्विक समुदाय को इसे समाप्त करने के लिए एकजुट होने के लिए प्रेरित करता है.

डब्ल्यूएचओ (दक्षिण-पूर्व एशिया) की क्षेत्रीय निदेशक साइमा वाजेद ने कहा, ‘‘हम ‘विश्व कुष्ठ दिवस’ के अवसर पर इस वर्ष के विषय ‘एकजुट हों, कार्य करें और कुष्ठ रोग को समाप्त करें’ के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुनः पुष्टि करते हैं.’’

वाजेद ने कहा कि हालांकि बहु-औषधि चिकित्सा (एमडीटी) की शुरूआत और 1991 के विश्व स्वास्थ्य सभा के प्रस्ताव के बाद से कुष्ठ रोग के मरीजों की संख्या में कमी लाने में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है, लेकिन चुनौतियां अब भी बनी हुई हैं.

वर्ष 2023 में 100 से ज्यादा देशों में 1,82,815 नए मामले सामने आए, जिनमें से 95 प्रतिशत मामले वैश्विक प्राथमिकता वाले 23 देशों में थे. चिंताजनक बात यह है कि नए मामलों में से पांच प्रतिशत से ज़्यादा मामले ‘ग्रेड 2 विकलांगता’ (दृश्य विकृति) के साथ रिपोर्ट किए गए, जो पता लगाने में देरी को दर्शाता है.

वाजेद ने कहा कि नए मामलों में से 5.6 प्रतिशत मामले बच्चों में पाए गए, जो संक्रमण के जारी रहने का संकेत है. उन्होंने कहा कि कुछ देशों में बच्चों में संक्रमण की दर 30 प्रतिशत से अधिक है. वाजेद ने कहा, ‘‘इसके बावजूद, आशावाद के कारण मौजूद हैं.’’

वैश्विक कुष्ठ रोग रणनीति 2021-2030 का लक्ष्य बीमारी का उन्मूलन करने के साथ इससे जुड़े भेदभाव को दूर करना है. वाजेद ने कहा कि इसे राष्ट्रीय कार्यक्रम प्रबंधकों, तकनीकी एजेंसियों, विशेषज्ञों और कुष्ठ रोग से सीधे प्रभावित व्यक्तियों या समुदायों सहित सभी प्रमुख हितधारकों के साथ व्यापक परामर्श प्रक्रिया के माध्यम से विकसित किया गया है.

वाजेद ने कहा कि जॉर्डन कुष्ठ रोग उन्मूलन के लिए डब्ल्यूएचओ द्वारा सत्यापित और मान्यता प्राप्त पहला देश बन गया है, जो दर्शाता है कि केंद्रित और ठोस प्रयासों से क्या संभव है.

(इस खबर को भारतवर्ष न्यूज की टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की हुई है)

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