Punjab: पंजाब सरकार की ओर से डेढ़ साल में लिए गए कर्ज का हिसाब लेने के बाद राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने एक बार सीएम मान को पत्र लिखा है. राज्यपाल ने अब सरकार से खर्च किए गए एक-एक पाई का हिसाब मांगा है. राज्यपाल ने कैग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री से सभी अघोषित खर्चों का ब्योरा देने के लिए कहा है.
मंगलवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान को भेजे पत्र में राज्यपाल ने सीएम मान ने से कर्ज का पैसा कहां कहां खर्च किया गया है इन सभी की जानकारी मांगी है. इस पत्र को राज्यपाल ने सीएम मान के जन्मदिन के मौके पर भेजे हैं. इस पत्र में राज्यपाल ने सीएम मान को सुझाव दिया है कि, कर्ज के पैसे का इस्तेमाल आमदनी बढ़ाने में किया जाए और मुफ्त बिजली जैसी लोक लुभावन स्कीमों पर खर्च से बचाया जाए.
इसके अलावा उन्होंने पत्र में लिखा है कि, राज्य से अपेक्षा की जाती है कि, वह अपने दुर्लभ वित्तीय संसाधनों के प्रबंधन के लिए विवेकपूर्ण राजकोषीय नीतियों का पालन करेगा लेकिन यह बात सामने आ रही है कि, राज्य सरकार अपने वित्तीय संसाधनों का प्रबंधन प्रभावी ढंग से नहीं कर रही है.
सरकार और कैग के आंकड़ों में व्यापक भिन्नता- राज्यपाल
राज्यपाल ने सीएम मान को भेजे गए पत्र में लिखा है कि, कैग की रिपोर्ट से संकेत मिला है कि, आप ने चार अक्टूबर के अपने पत्र के माध्यम से जो आंकड़े प्रस्तुत किए हैं. उसमे कैग के आंकड़ों में व्यापक भिन्नता है. कैग ने कर्ज में 49, 941 करोड़ रुपये की इजाफा की तरफ इशारा किया है. जबकि राज्य का पूंजीगत व्यय मात्र 7,831 करोड़ ही है.
राज्यपाल ने पत्र में आगे लिखा कि, चालू वर्ष के दौरान पूंजीगत व्यय का अनुमानित स्तर अब तक 12 फीसदी ही रहा है. जिससे चिंता जाग रही है कि इस वर्ष भी राज्य अपने पूंजीगत व्यय लक्ष्य से पीछे रह जाएगा. उन्होंने लिखा, अब समय आ गया है कि, पंजाब को मजबूत राजकोषीय स्थिति में वापस लाने के लिए ईमानदारी प्रयास किया जाए.