SSMB29 Film Set: भारतीय सिनेमा में फिल्मों और भी ज्यादा रियल बनाने के लिए VFX और CGI का काफी इसतेमाल किया जा रहा है. लेकिन इसके अलावा अभी भी फिल्मों की शूटिंग के लिए विशाल सेट बनाने की परंपरा जारी है. सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक एक नहीं फिल्म की शूटिंग के लिए 50 करोड़ रुपये की लागत से सेट का निर्माण किया गया है. जो अबतक का सबसे महंगा सेट है.
एस.एस. राजामौली अपनी नई पैन-इंडिया फिल्म SSMB29 की शूटिंग में व्यस्त हैं. इस काल्पनिक एक्शन-एडवेंचर फिल्म में महेश बाबू और प्रियंका चोपड़ा मुख्य भूमिका में हैं. फिल्म का एक हिस्सा वाराणसी में सेट है. राजामौली ने हैदराबाद में काशी शहर को पूरी तरह से फिर से बनाया है. इसमें घाट, मंदिर और प्राचीन शहर का माहौल शामिल है.
वाराणसी में शूटिंग की तार्किक कठिनाइयों के कारण यह सेट बनाया गया. लीक हुई तस्वीरों में सेट की भव्यता साफ दिखती है. सूत्रों के मुताबिक, इस सेट की लागत 50 करोड़ रुपये है. यह भारतीय सिनेमा के इतिहास में किसी एक सेट की सबसे बड़ी राशि है. 50 करोड़ रुपये के सेट की भव्यता को समझने के लिए संजय लीला भंसाली की देवदास का उदाहरण काफी है. साल 2002 में देवदास अपने भव्य सेटों के कारण भारत की सबसे महंगी फिल्म थी. लेकिन उसका कुल बजट भी इतना नहीं था. राजामौली का यह सेट न केवल लागत में बल्कि पैमाने में भी रिकॉर्ड तोड़ रहा है.
भारतीय सिनेमा में पहले भी कई भव्य सेट बनाए गए हैं. प्रभास की तेलुगु फिल्म द राजासाब में 38,000 वर्ग फीट का इनडोर सेट बनाया गया है. इसे दुनिया का सबसे बड़ा इनडोर सेट कहा जा रहा है. इसे बनाने में 6 महीने लगे, हालांकि लागत का खुलासा नहीं हुआ. देवदास में चंद्रमुखी के कोठे का सेट 12 करोड़ रुपये का था. बाजीराव मस्तानी, हीरामंडी, बाहुबली, प्रेम रतन धन पायो और ठग्स ऑफ हिंदोस्तान ने अपने सेटों पर 15-20 करोड़ रुपये खर्च किए.
अनुराग कश्यप ने बॉम्बे वेलवेट के लिए श्रीलंका में 1960 के दशक की बॉम्बे को फिर से बनाया, जिसकी लागत भी करोड़ों में थी. VFX के दौर में भी सेट की अहमियत बनी हुई है. ये सेट न केवल कहानी को प्रामाणिक बनाते हैं, बल्कि दर्शकों को एक अलग अनुभव देते हैं. यात्रा की कठिनाइयों और शूटिंग की सीमाओं को देखते हुए, निर्माता सेट बनाना पसंद करते हैं. राजामौली जैसे निर्देशक सेट के ज़रिए अपनी कहानी को और जीवंत बनाते हैं.
SSMB29 Film Set: भारतीय सिनेमा में फिल्मों और भी ज्यादा रियल बनाने के लिए VFX और CGI का काफी इसतेमाल किया जा रहा है. लेकिन इसके अलावा अभी भी फिल्मों की शूटिंग के लिए विशाल सेट बनाने की परंपरा जारी है. सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक एक नहीं फिल्म की शूटिंग के लिए 50 करोड़ रुपये की लागत से सेट का निर्माण किया गया है. जो अबतक का सबसे महंगा सेट है.
एस.एस. राजामौली अपनी नई पैन-इंडिया फिल्म SSMB29 की शूटिंग में व्यस्त हैं. इस काल्पनिक एक्शन-एडवेंचर फिल्म में महेश बाबू और प्रियंका चोपड़ा मुख्य भूमिका में हैं. फिल्म का एक हिस्सा वाराणसी में सेट है. राजामौली ने हैदराबाद में काशी शहर को पूरी तरह से फिर से बनाया है. इसमें घाट, मंदिर और प्राचीन शहर का माहौल शामिल है.
वाराणसी में शूटिंग की तार्किक कठिनाइयों के कारण यह सेट बनाया गया. लीक हुई तस्वीरों में सेट की भव्यता साफ दिखती है. सूत्रों के मुताबिक, इस सेट की लागत 50 करोड़ रुपये है. यह भारतीय सिनेमा के इतिहास में किसी एक सेट की सबसे बड़ी राशि है. 50 करोड़ रुपये के सेट की भव्यता को समझने के लिए संजय लीला भंसाली की देवदास का उदाहरण काफी है. साल 2002 में देवदास अपने भव्य सेटों के कारण भारत की सबसे महंगी फिल्म थी. लेकिन उसका कुल बजट भी इतना नहीं था. राजामौली का यह सेट न केवल लागत में बल्कि पैमाने में भी रिकॉर्ड तोड़ रहा है.
भारतीय सिनेमा में पहले भी कई भव्य सेट बनाए गए हैं. प्रभास की तेलुगु फिल्म द राजासाब में 38,000 वर्ग फीट का इनडोर सेट बनाया गया है. इसे दुनिया का सबसे बड़ा इनडोर सेट कहा जा रहा है. इसे बनाने में 6 महीने लगे, हालांकि लागत का खुलासा नहीं हुआ. देवदास में चंद्रमुखी के कोठे का सेट 12 करोड़ रुपये का था. बाजीराव मस्तानी, हीरामंडी, बाहुबली, प्रेम रतन धन पायो और ठग्स ऑफ हिंदोस्तान ने अपने सेटों पर 15-20 करोड़ रुपये खर्च किए.
अनुराग कश्यप ने बॉम्बे वेलवेट के लिए श्रीलंका में 1960 के दशक की बॉम्बे को फिर से बनाया, जिसकी लागत भी करोड़ों में थी. VFX के दौर में भी सेट की अहमियत बनी हुई है. ये सेट न केवल कहानी को प्रामाणिक बनाते हैं, बल्कि दर्शकों को एक अलग अनुभव देते हैं. यात्रा की कठिनाइयों और शूटिंग की सीमाओं को देखते हुए, निर्माता सेट बनाना पसंद करते हैं. राजामौली जैसे निर्देशक सेट के ज़रिए अपनी कहानी को और जीवंत बनाते हैं.