प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार, 12 मई को पश्चिम बंगाल के बैरकपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित किए. इस दौरान उन्होंने बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए राज्य को पांच गारंटी भी दीं. पीएम मोदी ने कहा कि, “मैं बंगाल को पांच गारंटी दे रहा हूं. जब तक मैं यहां हूं, धर्म आधारित आरक्षण नहीं होगा. एससी, एसटी या ओबीसी का आरक्षण कोई नहीं रोक पाएगा.
आपको रामनवमी पूजा करने से कोई नहीं रोक पाएगा. मोदी ने कहा, ''अयोध्या में राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को कोई पलट नहीं पाएगा और सीएए को कोई खत्म नहीं कर पाएगा.
मोदी ने कहा कि बंगाल में आम आदमी के लिए अपनी आस्था का पालन करना मुश्किल हो गया है. “श्री राम का नाम जपने पर टीएमसी लोगों को धमकी देती है. जय श्री राम! टीएमसी लोगों को रामनवमी मनाने की इजाजत नहीं देती. कांग्रेस भी राम मंदिर के विरोध में खड़ी है. मोदी ने जनसभा में बैठ सभी लोगों से सवाल किया कि, क्या हमें देश को टीएमसी, कांग्रेस और वामपंथियों के हाथों में छोड़ देना चाहिए?
पीएम मोदी ने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल की धरती, खासकर बैरकपुर ने इतिहास लिखा है. इस धरती ने आजादी में अहम भूमिका निभाई है, लेकिन ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी ने इसे घोटालों का केंद्र बना दिया है. उन्होंने ममता बनर्जी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, एक समय था जब बंगाल में वैज्ञानिक आविष्कार होते थे, लेकिन टीएमसी के शासन में पूरे राज्य में बम बनाने का घरेलू उद्योग बन गया है. एक समय था जब बंगाल अवैध अप्रवासियों के खिलाफ आंदोलन करता था, लेकिन आज टीएमसी के संरक्षण में, अवैध अप्रवासी फल-फूल रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार पर चौतरफा हमला बोलते हुए कहा, "बंगाल में टीएमसी-कांग्रेस और भारतीय गठबंधन ने तुष्टिकरण की राजनीति के सामने घुटने टेक दिए हैं. वे मोदी के खिलाफ वोट-जिहाद की मांग करते हैं. एक टीएमसी विधायक ने कहा है कि वे हिंदुओं को भागीरथी नदी में डुबो देंगे. उनके दुस्साहस की कल्पना करें. कौन उनका समर्थन कर रहा है?