Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 गुरुवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गई. यह हादसा विमान के उड़ान भरने के कुछ देर बाद हुआ. विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री, दो पायलट और 10 चालक दल के सदस्य शामिल थे. इस हादसे में विमान में सवार सभी यात्री की जान चली गई केवल एक यात्री को छोड़कर, जो भारतीय मूल का ब्रिटिश नागरिक है.
सूत्रों के अनुसार, पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) को हादसे से पहले कई संदेश भेजे. इनमें 'थ्रस्ट प्राप्त नहीं हुआ', 'गिर रहा है', 'संचार लाइन बहुत कमजोर है' और 'मेडे' जैसे संदेश शामिल थे. इन संदेशों से पता चलता है कि उड़ान के तुरंत बाद विमान में तकनीकी खराबी आ गई थी. यह हादसा मेडिकल हॉस्टल के पास हुआ.
दुर्घटनाग्रस्त विमान बोइंग 787 ड्रीमलाइनर था. यह 2011 में इसके वाणिज्यिक शुरूआत के बाद इस मॉडल की पहली घातक दुर्घटना है. इस हादसे ने विमान की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए हैं. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने बताया कि हादसे के 28 घंटे बाद ब्लैक बॉक्स को प्राप्त कर लिया गया. विमान की पूंछ के पास स्थित नारंगी रंग का ब्लैक बॉक्स हादसे की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. नायडू ने कहा कि ब्लैक बॉक्स का डेटा डिकोड किया जा रहा है. विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) और अन्य एजेंसियां इस त्रासदी की गहन जांच कर रही हैं. जांच से हादसे के पीछे का कारण पता लगाया जा रहा है.
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयर इंडिया के सभी बोइंग 787-8/9 विमानों की सुरक्षा जांच का आदेश दिया है. यह जांच रविवार से शुरू होगी. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने ईंधन, इंजन और हाइड्रोलिक सिस्टम की गहन जांच के निर्देश दिए हैं. जांच की रिपोर्ट की समीक्षा की जाएगी. नायडू ने अहमदाबाद में अपनी पहली ब्रीफिंग में कहा कि सरकार इस हादसे की पूरी जांच कर रही है. उच्च स्तरीय पैनल इस मामले की गहराई से पड़ताल कर रहा है. उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायल यात्री के जल्द स्वस्थ होने की कामना की. यह हादसा भारत के उड्डयन इतिहास की सबसे भीषण त्रासदियों में से एक है. इससे यात्रियों और उनके परिवारों में दुख और डर फैल गया है. एयर इंडिया और बोइंग की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठ रहे हैं. सरकार ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए और कड़े कदम उठाने का वादा किया है.