Akhilesh Yadav on PM Modi Speech: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि आरएसएस 'मुंह से स्वदेशी, लेकिन मन से विदेशी' है. यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस भाषण के जवाब में आया, जिसमें उन्होंने आरएसएस की प्रशंसा की थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण में आरएसएस की 100 साल की यात्रा को सराहा. उन्होंने कहा कि आरएसएस ने राष्ट्र कल्याण के लिए समर्पण, सेवा और अनुशासन के साथ काम किया है. यह दुनिया का सबसे बड़ा गैर-सरकारी संगठन है. 1925 में केशव बलिराम द्वारा नागपुर में स्थापित आरएसएस इस साल अपनी स्थापना के 100 साल पूरे कर रहा है.
लखनऊ में पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने पहले अधिवेशन में धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी रास्ता अपनाने का फैसला किया था. लेकिन, उन्होंने आरोप लगाया कि आरएसएस और संघ परिवार का रास्ता इससे अलग है. अखिलेश ने कहा कि ये लोग मुंह से स्वदेशी की बात करते हैं, लेकिन मन से विदेशी हैं. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अखिलेश ने देश की चुनौतियों पर भी बात की. उन्होंने कहा कि हमें वैश्विक चुनौतियों को स्वीकार करना होगा. हमारे किसान जितने मजबूत होंगे, देश आर्थिक रूप से उतना ही मजबूत होगा. युवाओं का भविष्य बेहतर होगा, तभी हम विश्व बाजार में मुकाबला कर पाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि भारत को अपनी सीमाओं को सुरक्षित रखने और वैश्विक दबावों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए.
अखिलेश ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा कि योगी ने पूरी भाजपा को मूर्ख बनाया है. वह न तो भाजपा के सदस्य थे, न ही उन्हें पार्टी की विचारधारा पसंद थी. उन्होंने सिर्फ मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए भाजपा की सदस्यता ली.' अखिलेश ने अग्निवीर योजना को खत्म करने की भी मांग की और कहा कि वैश्विक व्यापार में भारत को अमेरिका जैसे देशों के टैरिफ की चुनौतियों का सामना करना होगा. आरएसएस की प्रशंसा को लेकर विपक्ष ने भी प्रधानमंत्री पर निशाना साधा.