Kerala Congress: कांग्रेस की केरल इकाई ने शुक्रवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बड़ा विवाद खड़ा कर दिया. इस पोस्ट में केंद्र सरकार के जीएसटी सुधारों पर तंज कसते हुए बिहार और बीड़ी की तुलना की गई. पोस्ट में कहा गया कि बीड़ी और बिहार बी से शुरू होते हैं और इसे अब पाप नहीं माना जा सकता. हालांकि बाद में इस पोस्ट को अकाउंट हटा लिया गया.
कांग्रेस ने अपनी पोस्ट में जीएसटी दरों में बदलाव का एक चार्ट साझा किया. इसमें दिखाया गया कि नशीले पदार्थों में सिगरेट और सिगार पर टैक्स बढ़ाकर 40% कर दिया गया है. तंबाकू पर भी कर 28% से बढ़कर 40% हो गया. वहीं, बीड़ी पर कर 28% से घटाकर 18% कर दिया गया. कांग्रेस ने दावा किया कि बीड़ी को 'पाप वस्तुओं' की श्रेणी से हटा दिया गया है, जिस पर सबसे ज्यादा जीएसटी लगता है. इस पोस्ट के जरिए कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा.
कांग्रेस की इस टिप्पणी पर बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन ने कड़ा विरोध जताया. बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने इसे पूरे बिहार का अपमान बताया. उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस ने हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की माता जी का अपमान किया. अब पूरे बिहार को नीचा दिखाया. यह कांग्रेस का असली चेहरा है. चौधरी ने कहा कि बिहार की जनता इस अपमान का जवाब देगी. भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी इसका विरोध जताया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने फिर हद पार की. पहले प्रधानमंत्री की मां को अपशब्द कहे, अब बिहार की तुलना बीड़ी से की. पूनावाला ने राजद नेता तेजस्वी यादव से सवाल किया कि क्या वे अपने सहयोगी दल की इस टिप्पणी का समर्थन करते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार के लोग इस अपमान को भूलेंगे नहीं.
Congress crosses the line again
— Shehzad Jai Hind (Modi Ka Parivar) (@Shehzad_Ind) September 5, 2025
After abusing PM @narendramodi ji mother now compares Bihar with Bidi !
Does Tejaswi Yadav endorse this?
From Revanth Reddy to DMK To Congress- their hatred for Bihar is evident.. https://t.co/XFtyhG2q47 pic.twitter.com/BG26lmG6Rj
यह विवाद ऐसे समय में आया है, जब बिहार में नवंबर से पहले विधानसभा चुनाव होने हैं. कांग्रेस की इस टिप्पणी ने सत्तारूढ़ जद(यू) और भाजपा को हमलावर होने का मौका दे दिया. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह विवाद बिहार की राजनीति को और गर्मा सकता है. कांग्रेस ने पोस्ट हटाकर विवाद को शांत करने की कोशिश की, लेकिन विपक्षी दलों ने इसे बड़ा मुद्दा बना लिया है. कांग्रेस की इस पोस्ट ने बिहार में उसकी स्थिति को कमजोर कर सकता है. गठबंधन सहयोगी राजद के लिए भी यह असहज स्थिति पैदा कर सकती है. बिहार की जनता, जो अपनी अस्मिता को लेकर संवेदनशील है, इस टिप्पणी को अपमान के रूप में देख रही है.