Bihar Elections 2025: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोला है. महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के चेहरे के रूप में घोषित तेजस्वी ने कहा कि भाजपा नहीं चाहती कि वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुनाव बाद शीर्ष पद पर बने रहें. उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के मुख्यमंत्री उम्मीदवार को लेकर भी सवाल उठाए.
तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि राजग का मुख्यमंत्री चेहरा कौन है? अभी तक न कोई संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई, न कोई विजन सामने आया, न एजेंडा घोषित हुआ और न ही मुख्यमंत्री उम्मीदवार की घोषणा हुई. उन्होंने साफ कहा कि महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई भ्रम नहीं है, लेकिन राजग की असमंजस की स्थिति पर सवाल उठाए.
तेजस्वी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हालिया बयान पर तंज कसा. शाह ने कहा था कि चुनाव के बाद विधायक दल का नेता चुना जाएगा. तेजस्वी ने इसे नीतीश कुमार के लिए खतरे की घंटी बताया. उन्होंने कहा कि शाह का बयान साफ करता है कि भाजपा नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनाना चाहती. चुनाव बाद विधायक अपना नेता चुनेंगे, यह भाजपा की रणनीति का हिस्सा है. पटना में गुरुवार को कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने तेजस्वी और उनके पिता लालू प्रसाद यादव से मुलाकात के बाद तेजस्वी को महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया. 35 वर्षीय तेजस्वी बिहार के सबसे युवा मुख्यमंत्री बन सकते हैं, अगर महागठबंधन सत्ता में आता है. राजद आखिरी बार 2000 के दशक में सत्ता में थी, हालांकि जदयू के साथ अल्पकालिक गठबंधन भी रहा.
महागठबंधन अपना चुनावी घोषणापत्र 28 अक्टूबर को जारी करेगा. इस मौके पर तेजस्वी यादव के साथ कांग्रेस, वामपंथी दल और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के नेता मौजूद रहेंगे. गठबंधन का दावा है कि उनका घोषणापत्र बिहार की जनता के लिए विकास और समृद्धि का रोडमैप होगा. इस बार का चुनाव महागठबंधन और राजग के बीच कांटे की टक्कर माना जा रहा है. तेजस्वी यादव ने अपनी रणनीति में युवा और रोजगार जैसे मुद्दों पर जोर दिया है. उनकी सक्रियता और विपक्षी एकजुटता ने महागठबंधन को नई ताकत दी है. दूसरी ओर, राजग में नीतीश कुमार के नेतृत्व को लेकर अनिश्चितता विपक्ष के लिए फायदेमंद हो सकती है.