India Singapore Ties: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को सिंगापुर को भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का मजबूत आधार बताया. उन्होंने सिंगापुर के साथ बढ़ते द्विपक्षीय संबंधों को सराहा, जो कूटनीति से कहीं आगे बढ़ चुके हैं. पीएम मोदी ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग का 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के प्रति सहानुभूति जताने के लिए आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना सभी मानवतावादी देशों का कर्तव्य है.
भारत और सिंगापुर ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और सेमीकंडक्टर्स के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया. दोनों देशों ने कई नए उद्योग समझौतों पर हस्ताक्षर किए. यह साझेदारी तब और महत्वपूर्ण हो जाती है, जब अमेरिका ने भारत पर रूस से कच्चे तेल की खरीद के जवाब में भारी टैरिफ लगाए हैं.
भारतीय आयात पर शुल्क को 50% तक बढ़ाने के बाद, भारत के लिए नए व्यापारिक साझेदारों की जरूरत बढ़ गई है. सिंगापुर, जो वैश्विक चिप उत्पादन का 10% और सेमीकंडक्टर उपकरणों का 20% हिस्सा बनाता है, भारत के लिए एक आदर्श साझेदार है. दोनों देशों ने शिपिंग, नागरिक उड्डयन और उभरती प्रौद्योगिकियों में समझौतों पर हस्ताक्षर किए. सिंगापुर के पीएम वोंग ने कहा कि यह सहयोग विमानन और सेमीकंडक्टर्स जैसे क्षेत्रों में कौशल विकास तक विस्तारित होगा.
उन्होंने आगे कहा कि ये कदम दोनों देशों के लिए नए अवसर पैदा करेंगे. चेन्नई में राष्ट्रीय कौशल उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना में सिंगापुर की भूमिका भी उल्लेखनीय है. यह केंद्र उन्नत विनिर्माण के लिए जनशक्ति तैयार करेगा. पिछले साल हस्ताक्षरित सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम साझेदारी समझौते ने अनुसंधान और विकास को नई दिशा दी है. 'सेमीकॉन इंडिया' सम्मेलन में सिंगापुरी कंपनियों की सक्रिय भागीदारी इस दिशा में एक बड़ा कदम है. पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देश द्विपक्षीय व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते और आसियान के साथ मुक्त व्यापार समझौते की समयबद्ध समीक्षा करेंगे. 2024-25 में भारत-सिंगापुर द्विपक्षीय व्यापार 34.26 अरब डॉलर तक पहुंचा, जो इस साझेदारी की मजबूती को दर्शाता है.
मोदी ने गुजरात के गिफ्ट सिटी का जिक्र किया, जो दोनों देशों के शेयर बाजारों को जोड़ने में मदद कर रहा है. इससे वित्तीय एकीकरण को बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा, सिंगापुर का जातीय भारतीय समुदाय भी सांस्कृतिक और व्यावसायिक संबंधों को मजबूत करता रहा है. ओडिशा जैसे राज्यों ने भी सिंगापुर के साथ संबंधों को गहरा करने में योगदान दिया है. प्रधानमंत्री मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए आसियान के साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई. उन्होंने कहा, 'सिंगापुर हमारी एक्ट ईस्ट नीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है.' यह साझेदारी न केवल आर्थिक, बल्कि रणनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है.