Dehradun Cloudburst: देहरादून में मंगलवार तड़के बादल फटने से भारी तबाही मची. उफनती तमसा नदी के किनारे बसे इलाकों में मकान, सड़कें, कारें और दुकानें पानी के तेज बहाव में बह गईं. भारी बारिश ने शहर को अस्त-व्यस्त कर दिया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देहरादून और टिहरी गढ़वाल के लिए रेड अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग के अनुसार 15 मिमी प्रति घंटे से अधिक बारिश, गरज के साथ बौछारें और 87 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं. यह स्थिति पूरे दिन बनी रह सकती है, जिससे और नुकसान का खतरा है. बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भी लगातार बारिश की चेतावनी है. 20 सितंबर तक उत्तराखंड के अन्य हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.
तमसा नदी भारी बारिश के कारण उफान पर है. इससे देहरादून में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. प्रसिद्ध टपकेश्वर महादेव मंदिर सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. मंदिर परिसर में पानी भर गया. मंदिर के पुजारी आचार्य बिपिन जोशी ने बताया कि सुबह 5 बजे नदी का प्रवाह तेज हुआ और मंदिर क्षेत्र जलमग्न हो गया. जोशी ने लोगों से नदियों के पास न जाने की अपील की. उन्होंने कहा कि मंदिर का गर्भगृह सुरक्षित है, लेकिन आसपास के इलाकों में काफी नुकसान हुआ है. सौभाग्य से, जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है. लगातार बारिश और बाढ़ के खतरे को देखते हुए देहरादून में सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं. स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है. भूस्खलन का खतरा भी बढ़ गया है. प्रभावित इलाकों में टीमें तैनात हैं.
VIDEO | Uttarakhand: Cloudbursts at several places in Sahastradhara caused rivers and water streams to swell, leading to a sharp rise in water levels.#Uttarakhand #Cloudburst
— Press Trust of India (@PTI_News) September 16, 2025
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/fFpDIMYJrt
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की. उन्होंने स्थिति की जानकारी ली और हर संभव मदद का भरोसा दिया. मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि प्रशासन युद्धस्तर पर राहत कार्यों में जुटा है. उन्होंने केंद्र सरकार के समर्थन के लिए आभार जताया. मौसम विभाग ने 17 से 20 सितंबर तक गरज और तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना जताई है. लोगों से सावधानी बरतने और नदियों से दूर रहने की अपील की गई है.