Delhi Flood: बाढ़ से जूझ रही दिल्ली में सैलाब को लेकर सरकार का बड़ा एक्शन, निगरानी के लिए जिला स्तर पर तैनात किए अफसर

Delhi Flood: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली इस वर्ष गंभीर बाढ़ की स्थिति का सामना कर रही है. दिल्ली वासियों के लिए इस समय बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. साथ ही आम लोगों के लिए कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली सरकार हर संभव […]

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Delhi Flood: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली इस वर्ष गंभीर बाढ़ की स्थिति का सामना कर रही है. दिल्ली वासियों के लिए इस समय बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. साथ ही आम लोगों के लिए कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. इस बीच मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आज एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई. जिसमें उन्होंने बाढ़ की स्थिती के बारें में हर प्रकार के जायजा लिया.

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में नरेश कुमार एवं संभागीय आयुक्त (राजस्व) श्री. अश्वनी कौमार मौजूद रहे. जिन्होंने बताया, दिल्ली के सभी जिलाधिकारियों की मौजूदगी में मीडिया को वर्तमान स्थिति के साथ-साथ सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में जानकारी दी और साथ उपरोक्त के आलोक में सभी मीडिया हाउसों से कहा कि अनुरोध है कि वे अपने समाचार पत्र और डिजिटल मीडिया प्लेटफार्मों में संलग्न प्रेस विज्ञप्ति का बड़े पैमाने पर प्रचार करें ताकि दिल्ली के नागरिकों को तथ्यों से अवगत कराया जा सके और एनसीटी सरकार द्वारा सुविधाओं का आयोजन किया गया है.

सैलाब से लोगों को राहत पहुंचाने के लिए जिला स्तर पर अफसरों की तैनाती भी गई है. आदेश के मुताबिक तैनात किए गए जिला मजिस्ट्रेट और उप प्रभागीय मजिस्ट्रेट संबंधित जिलों की निगरानी और सहायता करेंगे. इन अफसरों को तत्काल प्रभाव से उनके संबंधित जिला प्रशासन के साथ संपर्क बनाकर समय-समय पर जारी उच्च अधिकारियों के निर्देशों के मुताबिक काम करना होगा.

  • दिल्ली को पिछले साल की तुलना में इस साल बाढ़ के बेहद खतरनाक स्तर का सामना करना पड़ा है. दिल्ली में 9 और 10 जुलाई को भारी बारिश हुई. कई इलाकों में तो 200 मिमी से भी ज्यादा बारिश हुई. चूंकि वर्षा का सारा पानी यमुना नदी में चला गया, इसलिए यमुना नदी का जल स्तर 208.66 मिमी के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया, जबकि वर्ष 1978 में उच्चतम जल स्तर 207.49 मिमी था. यमुना नदी का जल चेतावनी स्तर 204.50 है और खतरे का स्तर 205.33 मिमी पर निर्धारित है.
  • यमुना नदी का जलस्तर अब घट रहा है. शनिवार सुबह 11 बजे 207.43 मिमी के स्तर पर था और शनिवार रात तक यह घटकर 206.72 मिमी के स्तर पर आ सकता है. रविवार सुबह तक स्थिति में सुधार हो सकता है.
  • ओखला जल संयंत्र शुक्रवार को 12 एमजीडी क्षमता के साथ बहाल हो गया. शेष क्षमता आज रात तक चालू होने की उम्मीद है. दिल्ली जल बोर्ड रविवार तक वजीराबाद और चंद्रावल प्लांट को दोबारा शुरू करने पर काम कर रहा है.
  • कई आवासीय कॉलोनियों में भी पानी कम हो रहा है. कई इलाकों में लोग अपने घरों को वापस चले गए हैं. वहीं कई प्रभावित क्षेत्रों से कुल 25478 लोगों को निकाला गया. इनमें से 22803 को विभिन्न राहत शिविरों में लाया गया.
  • एनडीआरएफ की 18 टीमों (प्रत्येक टीम में 25 कर्मियों को शामिल किया गया है) को आवश्यक राहत उपकरणों जैसे नाव/ओबीएम, लाइफ जैकेट, रस्सी, बचाव के सामान, जनरेटर, ड्रैगन लाइट, संचार उपकरण, चिकित्सा किट और दवाओं के साथ सहायता के लिए तैनात किया गया है.
  • एनडीआरएफ की टीमों ने अब तक 1524 लोगों को बचाया है, 4445 को निकाला गया है और 550 मवेशियों को बचाया गया है.
  • इस मिशन में जिला प्रशासन के सभी फील्ड अधिकारी, पुलिस, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के इंजीनियर संयुक्त रूप से काम कर रहे हैं.
  • हालात पर कड़ी नजर रखी जा रही है. मीडियाकर्मियों से भी दिल्ली की स्थिति में सुधार के लिए सुझाव और टिप्पणियां मांगी गयी हैं.
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