Chaitanya Baghel: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को गिरफ्तार किया. यह कार्रवाई राज्य में कथित करोड़ों रुपये के शराब घोटाले से जुड़ी है. धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत चल रही जांच के दौरान यह बड़ा कदम उठाया गया.
शुक्रवार सुबह ईडी ने दुर्ग जिले के भिलाई शहर में बघेल परिवार के आवास पर छापा मारा. यह आवास पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य का है. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, नए सबूत मिलने के बाद यह कार्रवाई की गई. ईडी की टीमें सुबह से ही तलाशी में जुटी थीं. कुछ घंटों की छापेमारी के बाद चैतन्य को हिरासत में लिया गया.
छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाला पिछले कुछ समय से सुर्खियों में है. ईडी का दावा है कि इस घोटाले में बड़े पैमाने पर धन शोधन हुआ. चैतन्य बघेल पर इस मामले में संलिप्तता का आरोप है. सूत्रों के मुताबिक, ईडी को चैतन्य के खिलाफ ठोस सबूत मिले हैं, जिसके आधार पर यह गिरफ्तारी हुई. इससे पहले 10 मार्च को भी ईडी ने चैतन्य के खिलाफ छापेमारी की थी. छापेमारी के दौरान बघेल परिवार के घर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया. सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. इस बीच, कुछ कांग्रेस समर्थक भी मौके पर जमा हो गए. समर्थकों ने ईडी की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया. हालांकि, पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में रखा और किसी अप्रिय घटना को टाला.
शराब घोटाले की जांच में ईडी ने कई बड़े नामों को शामिल किया है. चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी से यह मामला और गंभीर हो गया है. ईडी का कहना है कि इस घोटाले में बड़े पैमाने पर काले धन का लेन-देन हुआ. जांच एजेंसी अब इस मामले में अन्य संदिग्धों पर भी नजर रख रही है. सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में और छापेमारी की जा सकती है. चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी ने छत्तीसगढ़ की सियासत में हलचल मचा दी है. कांग्रेस नेताओं ने इस कार्रवाई को बदले की भावना से प्रेरित बताया है. दूसरी ओर, बीजेपी ने इसे कानून का पालन करने वाली कार्रवाई करार दिया. इस मामले ने राज्य में सियासी माहौल को गर्म कर दिया है. चैतन्य बघेल से पूछताछ के बाद इस मामले में और खुलासे हो सकते हैं. जांच एजेंसी ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि जांच तेजी से आगे बढ़ रही है.