Dam Collapses in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के बलरामपुर ज़िले में मंगलवार देर रात एक छोटे बांध का हिस्सा टूटने से अचानक बाढ़ आ गई. इस हादसे में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग लापता हैं. ज़िला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि धनेशपुर गांव के लुटी जलाशय में भारी बारिश के बाद दरार पड़ गई. इसके बाद पानी तेज़ी से गाँव के घरों और खेतों में घुस गया.
अधिकारियों के अनुसार, बाढ़ के पानी ने कई घरों को अपनी चपेट में ले लिया. एक महिला और उसकी सास समेत चार लोग अपने घरों में सोते समय पानी में बह गए. उनकी मृत्यु हो गई. तीन अन्य लोगों की तलाश के लिए बचाव अभियान तेज़ी से चल रहा है.
हादसे की सूचना मिलते ही ज़िला प्रशासन और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंच गईं. बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि 1980 के दशक में बना यह जलाशय पुराना हो चुका था. भारी बारिश के कारण बांध की दीवार में दरार पड़ गई, जिससे यह हादसा हुआ. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बाढ़ की स्थिति पर गहरी चिंता जताई. उन्होंने हाल ही में बस्तर संभाग के बाढ़ प्रभावित बस्तर और दंतेवाड़ा जिलों का हवाई और ज़मीनी दौरा किया. पिछले सप्ताह भारी बारिश के कारण इन जिलों में भी बाढ़ ने भारी तबाही मचाई थी. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राहत और पुनर्वास कार्यों में तेज़ी लाने के निर्देश दिए. उन्होंने प्रभावित परिवारों को तुरंत सहायता देने का आश्वासन दिया.
पिछले सप्ताह बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर में भारी बारिश के कारण बाढ़ ने भारी तबाही मचाई. अधिकारियों के अनुसार, इस आपदा में आठ लोगों की मौत हो गई. इसके लिए कई मवेशी मारे गए और सैकड़ों क्षतिग्रस्त हो गए. इसके अलावा, 16 पुल और पुलियाएँ भी बह गईं. बाढ़ प्रभावित 2,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. मुख्यमंत्री ने दंतेवाड़ा के चूड़ीटिकरा वार्ड में एक राहत शिविर का दौरा किया. उन्होंने विस्थापित लोगों से बात की और सरकार की ओर से हर संभव मदद का वादा किया. उन्होंने राहत शिविरों में भोजन, स्वच्छ पानी और आश्रय की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. स्वास्थ्य शिविरों में दवाओं और डॉक्टरों की उपलब्धता की भी समीक्षा की गई. ला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित परिवारों को तुरंत सहायता पहुँचाई. प्रभावित लोगों ने प्रशासन के प्रयासों की सराहना की. सरकार ने बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत पैकेज और पुनर्वास योजनाओं की घोषणा की है. स्थिति पर नज़र रखने के लिए विशेष टीमें तैनात की गई हैं.