GST Rate Changes: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में जीएसटी दरों में बड़े बदलाव और आयकर सुधारों की घोषणा की. इनसे देशवासियों को 2.5 लाख करोड़ रुपये की बचत होगी. इसे 'बचत उत्सव' का नाम देते हुए उन्होंने कहा कि ये सुधार मध्यम वर्ग, गरीब और नव मध्यम वर्ग के लिए वरदान साबित होंगे.
प्रधानमंत्री ने बताया कि नई जीएसटी व्यवस्था में 99% वस्तुओं पर कर की दर 12% से घटाकर 5% कर दी गई है. दवाइयाँ, घरेलू सामान और उपकरण अब सस्ते होंगे. इससे त्योहारी सीजन में खरीदारी को बढ़ावा मिलेगा. मोदी ने कहा कि लोग अब ज्यादा बचत करेंगे और अपनी पसंद की चीजें खरीद सकेंगे. उन्होंने कहा कि कम जीएसटी दरों से वाहन, उपकरण और खाद्य पदार्थ सस्ते होंगे, जिससे मांग बढ़ेगी और अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी.
प्रधानमंत्री ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के लिए जीएसटी की सरल व्यवस्था की सराहना की. उन्होंने कहा कि जीएसटी स्लैब में कमी से छोटे व्यापारियों की बिक्री बढ़ेगी और कर का बोझ कम होगा. इससे उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ेगी. मोदी ने एमएसएमई उद्यमियों से वैश्विक गुणवत्ता मानकों को अपनाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि हमारे उत्पादों को वैश्विक पहचान मिलनी चाहिए. भारत का गौरव बढ़ाना हमारा लक्ष्य है. मोदी ने आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने की अपील की. उन्होंने कहा कि स्वदेशी का मंत्र स्वतंत्रता को बल देता है और अब यह समृद्धि को भी गति देगा. उन्होंने विदेशी वस्तुओं के दैनिक उपयोग पर चिंता जताई. उन्होंने जोर देकर कहा कि हमें नहीं पता कि हमारी कंघी भारत में बनी है या विदेश में. हमें विदेशी वस्तुओं से छुटकारा पाना होगा.
प्रधानमंत्री ने पिछले 11 वर्षों में 25 लाख लोगों के गरीबी से बाहर निकलने का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि नव मध्यम वर्ग की आकांक्षाएं देश की प्रगति में महत्वपूर्ण हैं. इन सुधारों से घर, टीवी, रेफ्रिजरेटर और गाड़ी खरीदने जैसे सपने पूरे करना आसान होगा. कम मुद्रास्फीति (लगभग 2%) के साथ त्योहारी सीजन में खर्च बढ़ने की उम्मीद है. मोदी ने अमेरिकी टैरिफ के प्रभावों का जिक्र किया, जिसने भारतीय निर्यात को प्रभावित किया है. उन्होंने कहा कि बढ़ती उपभोक्ता मांग इस कमी को पूरा करेगी. साथ ही, अमेरिका द्वारा एच-1बी वीजा नियमों में बदलाव पर भी उन्होंने चिंता जताई, जो भारतीय प्रौद्योगिकी कर्मचारियों को प्रभावित करेगा. मोदी ने 2017 के जीएसटी सुधारों को याद करते हुए कहा कि पुरानी कर व्यवस्था में व्यवसायों को कई समस्याएं थीं. उन्होंने कहा कि नई जीएसटी व्यवस्था ने पुराना इतिहास बदल दिया. अब केवल 5% और 18% के दो स्लैब हैं. ये सुधार व्यापार को आसान और निवेश को आकर्षक बनाएंगे. यह संबोधन नवरात्रि और त्योहारी खरीदारी के मौसम से ठीक पहले आया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि ये सुधार 'नागरिक देवो भव' की भावना को दर्शाते हैं.' इससे न केवल उपभोक्ताओं को लाभ होगा, बल्कि अर्थव्यवस्था को भी नई गति मिलेगी.