Y Puran Kumar: हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया है. उनकी पत्नी अमनीत पी कुमार ने इस मौत को उच्च पदस्थ अधिकारियों द्वारा सुनियोजित उत्पीड़न का परिणाम बताया है. चंडीगढ़ के सेक्टर 11 स्थित उनके आवास के बेसमेंट में मंगलवार को पूरन कुमार का शव गोली लगने की स्थिति में मिला. अमनीत ने इस मामले में चंडीगढ़ पुलिस में शिकायत दर्ज की है और दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
अमनीत, जो स्वयं एक नौकरशाह हैं, ने अपनी शिकायत में कहा कि मेरे पति की मौत आत्महत्या नहीं, बल्कि वरिष्ठ अधिकारियों के उत्पीड़न का नतीजा है. उन्होंने भारतीय न्याय संहिता की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की. अमनीत ने दोषी अधिकारियों की तत्काल गिरफ्तारी की भी अपील की. घटना के समय वह जापान में थीं, लेकिन सूचना मिलते ही तुरंत भारत लौट आईं.
सूत्रों के अनुसार, पूरन कुमार ने अपने आठ पेज के टाइप और हस्ताक्षरित सुसाइड नोट में कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने पिछले पांच वर्षों में हरियाणा के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा किए गए जाति-आधारित भेदभाव, मानसिक उत्पीड़न और सार्वजनिक अपमान का जिक्र किया. नोट में उन्होंने बताया कि यह उत्पीड़न उनके लिए असहनीय हो गया था. पूरन कुमार हाल ही में रोहतक के सुनारिया पुलिस प्रशिक्षण केंद्र के महानिरीक्षक नियुक्त हुए थे. इससे पहले, वह रोहतक रेंज के आईजी थे.
अमनीत ने अपनी शिकायत में दावा किया कि उनके पति को एक साजिश के तहत फंसाया गया. उन्होंने बताया कि पूरन कुमार ने उन्हें चेतावनी दी थी कि एक वरिष्ठ अधिकारी की अगुवाई में उनके खिलाफ झूठा रिश्वतखोरी का मामला बनाया जा रहा है. यह मामला एक शराब ठेकेदार से जुड़ा था, जिसने रोहतक के हेड कांस्टेबल सुशील कुमार पर पूरन के नाम पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया. सुशील को सोमवार को गिरफ्तार किया गया था. अमनीत ने कहा कि मेरे पति को फर्जी सबूतों के आधार पर इस मामले में फंसाया जा रहा था, जिसने उन्हें अंतिम कदम उठाने के लिए मजबूर किया. अमनीत ने बताया कि पूरन ने इस साजिश को उजागर करने के लिए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से संपर्क किया, लेकिन उनकी बात अनसुनी कर दी गई.