NITI Aayog: भारत ने जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का स्थान हासिल कर लिया है. इस बात का ऐलान नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने शनिवार को किया है. उन्होंने नई दिल्ली में नीति आयोग की 10वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक के बाद प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था अब 4 ट्रिलियन डॉलर की है. अब केवल अमेरिका, चीन और जर्मनी ही भारत से आगे हैं.
सुब्रह्मण्यम ने इस बात की जानकारी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के आंकड़ों का हवाला देते हुए दिया. इसके साथ उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि अगर देश अपनी योजनाओं पर काम करता रहा, तो आने वाले लगभग 3 सालों में हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एप्पल के सीईओ को कहा था कि उन्हें भारत या अन्य देशों के बजाय अमेरिका में आईफोन बनाना पड़ेगा, नहीं तो फिर बाहर बनने वाले फोनों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया जाएगा. इस पर सुब्रह्मण्यम ने कहा कि टैरिफ में बदलाव का अभी स्पष्ट अनुमान नहीं है.
उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत विनिर्माण के लिए लागत प्रभावी स्थान बना हुआ है. यह भारत की आर्थिक ताकत और वैश्विक निवेश के लिए आकर्षण को दर्शाता है. सुब्रह्मण्यम ने बताया कि सरकार परिसंपत्ति मुद्रीकरण योजना का नया दौर शुरू करने जा रही है. इसकी घोषणा अगस्त में होगी. यह योजना देश के बुनियादी ढांचे को और मजबूत करने में मदद करेगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीति आयोग की बैठक में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए एकजुट होने का आग्रह किया. नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि विकसित भारत किसी पार्टी का एजेंडा नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षा है. उन्होंने जोर दिया कि हर राज्य, शहर और गांव को विकसित करने की दिशा में काम करना होगा.
पीएम ने कहा कि अगर सभी राज्य मिलकर प्रयास करें, तो भारत 2047 से पहले ही विकसित राष्ट्र बन सकता है. नीति आयोग की इस महत्वपूर्ण बैठक में 24 राज्यों के मुख्यमंत्रियों और सात केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपालों ने हिस्सा लिया. इस दौरान पीएम मोदी ने सभी से विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए एकजुट होकर काम करने की अपील की.