संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान पर भारत का करारा प्रहार, निशिकांत दुबे ने बोला हमला

Nishikant Dubey at UN: निशिकांत दुबे ने यूएनजीए के सत्र में भारत के प्रयासों का ज़िक्र किया. उन्होंने कहा कि भारत बच्चों की सुरक्षा और विकास के लिए प्रतिबद्ध है. हमारी बाल हेल्पलाइन 1098 जोखिम में बच्चों को तुरंत मदद देती है. उज्ज्वला योजना तस्करी और यौन शोषण से बच्चों को बचाने और उनके पुनर्वास में मदद करती है.

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Courtesy: X (@ani_digital)

Nishikant Dubey at UN: संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में भारत ने पाकिस्तान पर बच्चों और सशस्त्र संघर्ष (सीएएसी) के एजेंडे का गंभीर उल्लंघन करने का आरोप लगाया. भाजपा नेता और लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे ने पाकिस्तान की कड़ी आलोचना करते हुए भारत की बाल कल्याण नीतियों की सराहना की.

निशिकांत दुबे ने यूएनजीए के सत्र में भारत के प्रयासों का ज़िक्र किया. उन्होंने कहा कि भारत बच्चों की सुरक्षा और विकास के लिए प्रतिबद्ध है. हमारी बाल हेल्पलाइन 1098 जोखिम में बच्चों को तुरंत मदद देती है. उज्ज्वला योजना तस्करी और यौन शोषण से बच्चों को बचाने और उनके पुनर्वास में मदद करती है. उन्होंने इन पहलों के लिए संयुक्त राष्ट्र का आभार जताया.

अफगानिस्तान सीमा पर पाकिस्तान का भी जिक्र

दुबे ने पाकिस्तान को सीएएसी एजेंडे का सबसे बड़ा उल्लंघनकर्ता बताया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपनी सीमाओं में बच्चों के खिलाफ अत्याचारों से दुनिया का ध्यान हटाने की कोशिश करता है. संयुक्त राष्ट्र की 2025 की रिपोर्ट में साफ है कि पाकिस्तान स्कूलों और स्वास्थ्य कर्मियों पर हमले करता है, खासकर लड़कियों के स्कूलों पर. उन्होंने अफगानिस्तान सीमा पर पाकिस्तान की गोलाबारी और हवाई हमलों का भी ज़िक्र किया, जिसमें अफगान बच्चे मारे गए. दुबे ने ऑपरेशन सिंदूर का हवाला देते हुए कहा कि यह 22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे. उन्होंने कहा कि भारत ने मई 2025 में ऑपरेशन सिंदूर के तहत नौ आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की. यह आतंकवाद के खिलाफ हमारी संयमित और सटीक कार्रवाई थी. इसके विपरीत, उन्होंने पाकिस्तान पर सीमावर्ती गांवों को निशाना बनाने का आरोप लगाया, जिसमें बच्चे और नागरिक मारे गए.

पाकिस्तान को भारत की नसीहत

दुबे ने कड़े शब्दों में कहा कि पाकिस्तान को दूसरों को उपदेश देने के बजाय खुद को सुधारना चाहिए. उसे अपनी सीमाओं में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए और सीमा पार महिलाओं व बच्चों पर हमले बंद करने चाहिए. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान के आतंकी कृत्यों की निंदा करने की अपील की. सत्र के बाद, दुबे ने एक्स पर लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, मैंने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को उसकी हार और गलत नीतियों के लिए लताड़ा. भारत ने इस मंच पर अपनी मज़बूत स्थिति स्पष्ट की और बच्चों के अधिकारों के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.

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