Kurnool Bus Tragedy:आंध्र प्रदेश के कुरनूल ज़िले के चिन्ना टेकुर गांव के पास गुरुवार देर रात एक बस में भीषण आग लगने से बड़ा हादसा हो गया. इस त्रासदी में कम से कम 20 लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है. कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. स्थानीय प्रशासन और पुलिस अभी पूरी जानकारी जुटाने में लगे हैं. हादसे की वजह का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने कहा कि कुरनूल के चिन्ना टेकुर में हुई बस आग की घटना ने मुझे झकझोर दिया है. जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया, उनके साथ मेरी संवेदनाएं हैं. नायडू ने आश्वासन दिया कि सरकार प्रभावित परिवारों और घायलों को हर संभव मदद देगी. स्थानीय प्रशासन को तत्काल राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने भी इस हादसे पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि कुरनूल में हुई बस आग की घटना बेहद दुखद है. मैं मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. उन्होंने सरकार से घायलों को तुरंत चिकित्सा सहायता और प्रभावित लोगों को हर तरह की मदद देने की अपील की. हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और दमकल विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं. आग पर काबू पाने और घायलों को अस्पताल पहुंचाने का काम तेजी से शुरू किया गया. घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है. प्रशासन ने मृतकों की पहचान और उनके परिवारों को सूचित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
A major tragedy occurred early this morning on the Bengaluru–Hyderabad National Highway (NH-44) in Kurnool district.
— Ashish (@KP_Aashish) October 24, 2025
A Volvo bus belonging to Kaleshwaram Travels caught fire and was completely gutted, turning into ashes within minutes. The bus was traveling from Bengaluru to… pic.twitter.com/H1EP29YbRw
इस हादसे की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, बस में तकनीकी खराबी या शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी हो सकती है. सरकार ने इसकी गहन जांच के आदेश दिए हैं. विशेषज्ञों की एक टीम घटनास्थल का दौरा कर रही है ताकि हादसे के कारणों का पता लगाया जा सके. यह हादसा कुरनूल ही नहीं, बल्कि पूरे आंध्र प्रदेश के लिए एक बड़ा झटका है. स्थानीय लोग और सामाजिक संगठन पीड़ित परिवारों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं. इस त्रासदी ने सड़क सुरक्षा और सार्वजनिक परिवहन की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए हैं.