Masood Azhar: भारत का मोस्ट वांटेड आतंकवादी और जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अज़हर एक बार फिर सुर्खियों में है. उसे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के गिलगित-बाल्टिस्तान में देखा गया है. जो कि उसके बहावलपुर ठिकाने से लगभग हजार किलोमीटर की दूरी पर है.
हाल की रिपोर्ट्स के मुताबिक, मसूद अज़हर को स्कार्दू के सादपारा रोड इलाके में देखा गया. इस क्षेत्र में मस्जिदें, मदरसे और गेस्ट हाउस हैं. पर्यटकों के लिए मशहूर यह इलाका झीलों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है. ऐसे में आतंकवादी सरगना का यहाँ देखा जाना चौंकाने वाला है.
पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने हाल ही में दावा किया था कि मसूद अज़हर शायद अफ़गानिस्तान में है. उन्होंने कहा था कि अगर वह पाकिस्तानी धरती पर मिलता है, तो उसे भारत को सौंप दिया जाएगा. लेकिन गिलगित-बाल्टिस्तान में उसकी मौजूदगी ने इस दावे पर सवाल उठाए हैं. भारतीय खुफिया एजेंसियाँ उसकी गतिविधियों पर नज़र रख रही हैं. मसूद अज़हर भारत में कई बड़े आतंकी हमलों का ज़िम्मेदार है. संसद हमला जिसे 2001 में अंजाम दिया गया था. इसके अलावा पठानकोट हमला और 2019 का पुलवामा हमला शामिल है. भारत, अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र ने उसे आतंकवादी घोषित किया है.
मसूद अज़हर का बहावलपुर में जामिया सुभान अल्लाह नामक मुख्यालय है. भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में इसे निशाना बनाया था. इसके अलावा जामिया उस्मान ओ अली मस्जिद भी उसका ठिकाना है. जैश के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पुराने ऑडियो क्लिप्स का इस्तेमाल कर यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि अज़हर अभी भी बहावलपुर में है. इससे पहले भी उसे बहावलपुर से बाहर भेजा गया. 2019 के बालाकोट हमले के बाद उसे पेशावर के गुप्त ठिकाने में स्थानांतरित किया गया था. भारतीय हमले में उसके परिवार के 10 सदस्य मारे गए थे. मसूद अज़हर अकेला आतंकवादी नहीं है जिसे पाकिस्तान में पनाह मिली है. हिज़्बुल मुजाहिदीन का सरगना सैयद सलाहुद्दीन भी इस्लामाबाद के पॉश इलाके से अपनी गतिविधियाँ चलाता है. उसे बर्मा टाउन में बंदूकधारियों के साथ देखा जाता है. भारतीय खुफिया एजेंसियाँ मसूद अज़हर की हर हरकत पर नजर रख रही हैं. 1999 में उसे भारत की हिरासत से छुड़ाने के लिए विमान अपहरण किया गया था. रिहाई के बाद उसने जैश-ए-मोहम्मद बनाया.