नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बिहार के आरा में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए महागठबंधन पर तीखा प्रहार किया. उन्होंने दावा किया कि राजद ने कांग्रेस को बंदूक की नोक पर अपने नेता तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार मानने के लिए मजबूर किया.
प्रधानमंत्री ने दोनों दलों पर बिहार की पहचान को नष्ट करने और धार्मिक भावनाओं का अपमान करने का आरोप लगाया. मतदाताओं से सतर्क रहने की अपील की. मोदी ने आरा की रैली में महागठबंधन की एकता पर सवाल उठाते हुए कहा कि राजद ने कांग्रेस को धमकाकर तेजस्वी यादव को सीएम चेहरा बनवाया. उन्होंने राजद पर महाकुंभ को फालतू बताने और कांग्रेस पर छठ पूजा व सिख नरसंहार के अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया. पीएम ने बिहार की जनता से इन दलों से सावधान रहने को कहा है.
आरा की जनसभा में पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस राजद के नेता को सीएम नहीं बनाना चाहती थी, लेकिन राजद ने कनपट्टी पर कट्टा रखकर यह पद छीन लिया. उन्होंने बताया कि गठबंधन में गहरी खटास है. घोषणापत्र में कांग्रेस की मांगों को नजरअंदाज किया गया. चुनाव बाद दोनों एक-दूसरे के खिलाफ खड़े हो सकते हैं. लोगों से इन पर भरोसा न करने की सलाह दी.
पीएम ने राजद पर हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि राजद ने प्रयागराज के महाकुंभ को फालतू बताया, जबकि कांग्रेस के एक नेता ने छठ पूजा को नाटक कहा. बिहार के संसाधनों पर पहला हक स्थानीय लोगों का होना चाहिए, घुसपैठियों का नहीं. पीएम ने चेताया कि आस्था का अपमान करने वालों को बिहार माफ नहीं करेगा. सख्त सजा की जरूरत है.
पीएम ने कांग्रेस को 1984 के सिख नरसंहार की याद दिलाई. उन्होंने कहा कि 1-2 नवंबर 1984 को कांग्रेस नेताओं ने दिल्ली समेत कई जगहों पर सिखों का कत्लेआम किया. आज भी पार्टी उन अपराधियों को सम्मान दे रही है. राजद को जंगलराज और तुष्टिकरण का प्रतीक बताया. दोनों दलों को अपने पापों पर कोई पछतावा नहीं. बिहार को ऐसे नेताओं से बचाने की अपील की. प्रधानमंत्री ने कहा कि राजद-कांग्रेस बिहार की पहचान मिटाना चाहते हैं.
तेजस्वी को सीएम बनाने की मजबूरी गठबंधन की कमजोरी दिखाती है. धार्मिक अपमान और पुराने अपराधों की याद दिलाकर पीएम ने मतदाताओं से सतर्क रहने को कहा. बिहार की आस्था और सुरक्षा को बचाने के लिए एनडीए ही विकल्प है. जनता इन दलों के इरादों को समझे. पीएम ने लालू यादव के पुराने बयान का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने महाकुंभ को निरर्थक बताया था. छठ पूजा पर कांग्रेस के नेता की टिप्पणी को भी दुहराया. उन्होंने कहा कि ऐसे लोग हमारी आस्था को कुचलना चाहते हैं.