PM Modi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज (11 फरवरी) मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में 7,500 करोड़ रुपये विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने राज्य की आहार अनुदान योजना के तहत लगभग दो लाख महिला लाभार्थियों को मासिक किस्त भी जारी की. इस दौरान झाबुआ में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि लूट और फूट कांग्रेस की ऑक्सीजन रही है. वह अब अपने पापों के दलदल में फंस चुकी है. साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि मुझे यह सुनने को मिल रहा है कि इस बार भाजपा अकेले लोकसभा चुनाव में 400 के पार जाने वाली है.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा, "हमारी सरकार मध्य प्रदेश में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर खास ध्यान दे रही है. कांग्रेस सरकार के दौरान 10 वर्षों में MP को रेलवे के विकास के लिए जितना पैसा मिला, आज हम उससे 24 गुना अधिक पैसा भेज रहे हैं. सुना है कि इन दिनों मध्य प्रदेश कांग्रेस में खूब भगदड़ देखने को मिल रही है. जनता की उपेक्षा करने वालों का यही अंजाम होता है. उन्होंने कहा कि लूट और फूट कांग्रेस की ऑक्सीजन रही है. कांग्रेस अब अपने पापों के दलदल में फंस चुकी है,वो उससे निकलने की जितनी कोशिश करेगी उतना ही और धंसती चली जाएगी.
#WATCH प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मध्य प्रदेश में विधानसभा के नतीजों से आप पहले ही बता चुके हैं कि लोकसभा के लिए आपका मूड क्या रहने वाला है...इसलिए इस बार विपक्ष के बड़े-बड़े नेता पहले से ही कहने लगे हैं- 2024 में 400 पार, फिर एक बार मोदी सरकार..." pic.twitter.com/00vv0rTGz7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 11, 2024
पीएम ने कहा कि नई नीतियों के द्वारा, ईमानदार कोशिशों के जरिए, देश आज अपनी बेटियों को आगे बढ़ा रहा है. कुछ महीने पहले ही देश ने 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम' पास करके लोकसभा और विधानसभा में महिला आरक्षण सुनिश्चित किया है."
इस दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष की नीतियों पर भी हमला किया. उन्होंने कहा, "2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की छुट्टी हुई थी और 2024 के लोकसभा चुनाव में सफाया होना तय है. बीते सालों में मध्य प्रदेश ने दो अलग-अलग दौर देखे हैं- एक डबल इंजन सरकार का दौर और दूसरा कांग्रेस के जमाने का काला दौर. कम उम्र के युवाओं को शायद याद भी नहीं होगा, आज विकास के रास्ते पर तेजी से दौड़ रहा मध्य प्रदेश भाजपा सरकार से पहले देश के सबसे बीमारू राज्यों में गिना जाता था.
इस राज्य के बीमारू बनने के पीछे का सबसे बड़ा कारण था. गांव, गरीब और आदिवासी इलाकों को लेकर कांग्रेस का नफरत भरा रवैया रहा है. इन लोगों ने कभी आदिवासी समाज के विकास की चिंता नहीं की न उसके सम्मान के बारे में सोचा.