'छठ पूजा एकजुटता का प्रतीक', प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात में क्या कहा?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज महीने के अंतिम रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात को संबोधित किया. जिसमें उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर, नक्सल विरोध अभियान की सफलता के बारे में बात की.

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में देशवासियों को छठ पर्व की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने देश की संस्कृति, सामाजिक एकता और पर्यावरण संरक्षण जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात की. साथ ही, सरदार पटेल, बिरसा मुंडा और 'वंदे मातरम' को श्रद्धांजलि दी.

प्रधानमंत्री ने छठ पर्व को भारत की सामाजिक एकता का प्रतीक बताया. उन्होंने कहा कि छठ पर्व संस्कृति, प्रकृति और समाज को एकजुट करता है. यह हर वर्ग को जोड़ने वाला सुंदर उदाहरण है. उन्होंने देशवासियों से इस पर्व को उत्साह के साथ मनाने की अपील की.

ऑपरेशन सिंदूर और नक्सल विरोधी अभियान की सफलता

प्रधानमंत्री ने सशस्त्र बलों की हालिया सफलता 'ऑपरेशन सिंदूर' की सराहना की. उन्होंने कहा कि हमारे जवानों ने देश को गौरवान्वित किया है. इसके साथ ही, नक्सल विरोधी अभियानों की सफलता पर खुशी जताते हुए उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में पहले माओवादी आतंक का अंधेरा था, वहां अब खुशी के दीप जल रहे हैं. पर्यावरण संरक्षण पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने 'एक पेड़ माँ के नाम' पहल की चर्चा की. उन्होंने कहा कि पेड़-पौधे हर जीव के लिए उपयोगी हैं. मैं सभी से आग्रह करता हूं कि जहाँ भी रहें, एक पेड़ जरूर लगाएं. उन्होंने शास्त्रों का हवाला देते हुए पेड़ों के महत्व को रेखांकित किया.

पीएम मोदी ने सरदार पटेल को दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री ने 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती से पहले उन्हें याद किया. उन्होंने कहा कि सरदार पटेल आधुनिक भारत के महान दिग्गज थे. उन्होंने स्वच्छता और सुशासन को प्राथमिकता दी. उन्होंने देशवासियों से एकता दौड़ में भाग लेने की अपील की. प्रधानमंत्री ने बंकिम चंद्र चटर्जी के राष्ट्रीय गीत 'वंदे मातरम' को श्रद्धांजलि दी.

पीएम मोदी ने कहा कि 7 नवंबर को 'वंदे मातरम' के 150वें वर्ष का उत्सव शुरू होगा. यह गीत मातृभूमि के प्रति प्रेम का प्रतीक है. उन्होंने इसे भारतीय सभ्यता की नींव से जोड़ा. प्रधानमंत्री ने सामाजिक कार्यकर्ता बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि दी और 15 नवंबर को 'जनजातीय गौरव दिवस' मनाने की बात कही. उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा ने देश की आजादी और आदिवासी समुदाय के लिए अनुकरणीय कार्य किया. उन्होंने लोगों से उनके बारे में और जानने का आग्रह किया.

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