Rahul Gandhi Press Conference: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में 'वोट चोरी' के गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने दावा किया कि पूरे देश में लाखों मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं. राहुल ने इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताया और कहा कि उनके पास इसके पक्के सबूत हैं.
राहुल गांधी ने कर्नाटक के अलंद निर्वाचन क्षेत्र का उदाहरण दिया. उन्होंने बताया कि वहां 6,018 वोट हटाने की कोशिश की गई. राहुल ने कहा कि यह संख्या इससे कहीं ज्यादा हो सकती है. उन्होंने बताया कि यह मामला संयोग से पकड़ा गया. राहुल ने आरोप लगाया कि यह खेल उन मतदान केंद्रों पर हो रहा है, जहां कांग्रेस जीत रही थी.
राहुल ने एक महिला गोदाबाई का जिक्र किया. उनके नाम से फर्जी लॉगिन बनाकर 12 मतदाताओं के नाम हटाने की कोशिश की गई. राहुल ने कहा कि गोदाबाई को इसकी कोई जानकारी नहीं थी. उन्होंने सवाल उठाया कि यह सब कैसे हो रहा है और इसके पीछे कौन है. राहुल ने बताया कि वोट हटाने के लिए इस्तेमाल हुए मोबाइल नंबर कर्नाटक के नहीं, बल्कि अन्य राज्यों के थे. प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्क्रीन पर सबूतों की स्लाइड्स दिखाई गईं. राहुल ने पूछा कि ये नंबर किसके हैं? ओटीपी कौन जनरेट कर रहा है? उन्होंने इस मामले की गहराई से जांच की मांग की. राहुल ने 'उदाहरण 2' में सूर्यकांत नामक व्यक्ति का जिक्र किया. उन्होंने बताया कि सूर्यकांत ने 14 मिनट में 12 मतदाताओं के नाम हटा दिए. इनमें से एक नाम बबीता चौधरी का था. राहुल ने दोनों को मंच पर बुलाकर मामले की गंभीरता को उजागर किया.
यह राहुल की दूसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस थी, जिसमें उन्होंने 'वोट चोरी' का मुद्दा उठाया. इससे पहले 7 अगस्त को उन्होंने चुनाव आयोग पर बीजेपी के साथ मिलकर वोट चोरी कराने का आरोप लगाया था. राहुल ने दावा किया था कि कर्नाटक के महादेवपुरा में 1,00,000 से ज्यादा फर्जी मतदाता प्रविष्टियां पाई गईं. इसके अलावा, फर्जी नाम, असामान्य पिता के नाम, और मकान नंबर जैसी अनियमितताएं भी सामने आईं. राहुल ने कहा कि यह समस्या सिर्फ कर्नाटक तक नहीं है. महाराष्ट्र और हरियाणा में भी ऐसी ही गड़बड़ियां हो रही हैं. उन्होंने दावा किया कि यह एक सुनियोजित साजिश है, जिसमें मतदाता सूचियों के साथ छेड़छाड़ की जा रही है. राहुल गांधी ने चेतावनी दी कि वोट चोरी का यह खेल लोकतंत्र को कमजोर कर रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे पास 100 प्रतिशत सबूत हैं. हम इस मामले को जनता के सामने लाते रहेंगे. राहुल ने मांग की कि इसकी निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सजा दी जाए.