पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने पंचायत प्रमुखों के लिए बड़ा चुनावी वादा किया है. उन्होंने ग्रामीण शासन को मजबूत करने और पंचायत प्रतिनिधियों को सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाने का ऐलान किया.
तेजस्वी यादव ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि अगर राजद सत्ता में आई, तो पंचायती राज व्यवस्था के प्रतिनिधियों के भत्ते दोगुने किए जाएंगे. इसके साथ ही, पंचायत प्रतिनिधियों को पेंशन और 50 लाख रुपये का बीमा कवर भी दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य ग्रामीण शासन को मजबूत करना है. पंचायत प्रतिनिधि गांवों की रीढ़ हैं. उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी, तो ग्रामीण विकास को गति मिलेगी.
तेजस्वी ने मौजूदा एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने सरकार को दूरदर्शिताहीन और भ्रष्ट करार दिया. तेजस्वी ने आरोप लगाया कि एनडीए सरकार ने बिहार के संसाधनों का दुरुपयोग किया और राज्य का पैसा गुजरात में खर्च किया. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता इस सरकार से तंग आ चुकी है. लोग बदलाव चाहते हैं. हमारी सरकार बिहार के हित में काम करेगी. उनके इस बयान ने चुनावी माहौल को और गर्म कर दिया है. बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में होंगे. पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा. मतगणना 14 नवंबर को होगी. राजद और अन्य विपक्षी दल मतदाताओं को लुभाने के लिए बड़े-बड़े वादे कर रहे हैं. दूसरी ओर, एनडीए भी अपनी उपलब्धियों को गिनाकर सत्ता में बने रहने की कोशिश में है.
राजद का यह वादा ग्रामीण क्षेत्रों में खासा असर डाल सकता है. पंचायत प्रतिनिधियों के लिए भत्ते, पेंशन और बीमा जैसी सुविधाएं उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करेंगी. इससे गांवों में विकास कार्यों को गति मिलने की उम्मीद है. तेजस्वी ने कहा कि हमारी सरकार गांवों को प्राथमिकता देगी. पंचायत प्रतिनिधियों को सम्मान और सुविधाएं देकर हम ग्रामीण बिहार को सशक्त बनाएंगे. बिहार की जनता अब इन वादों पर गौर कर रही है. राजद के इस ऐलान से ग्रामीण मतदाताओं में उत्साह देखा जा रहा है. दूसरी ओर, एनडीए ने भी विकास के मुद्दे पर जोर देना शुरू कर दिया है. आने वाले दिनों में दोनों पक्षों के बीच चुनावी जंग और तेज होने की उम्मीद है. बिहार की जनता यह तय करेगी कि सत्ता की चाबी किसके हाथ में होगी.