राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर और ट्रंप के दावों पर हंगामा, मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार के खिलाफ उठाए सवाल

राज्यसभा में खड़गे ने कहा कि पहलगाम हमले के जिम्मेदार आतंकियों को न पकड़ा गया, न मारा गया. उन्होंने नियम 267 के तहत नोटिस दिया. खड़गे ने सरकार से पूछा कि आतंकियों का क्या हुआ? सरकार जवाब दे.

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Courtesy: Social Media

Mallikarjun Kharge: संसद के मानसून सत्र की शुरुआत सोमवार को हंगामे के साथ हुई. मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के युद्धविराम मध्यस्थता के दावों पर सवाल उठाए. हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई.

राज्यसभा में खड़गे ने कहा कि पहलगाम हमले के जिम्मेदार आतंकियों को न पकड़ा गया, न मारा गया. उन्होंने नियम 267 के तहत नोटिस दिया. खड़गे ने सरकार से पूछा कि आतंकियों का क्या हुआ? सरकार जवाब दे. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के बयान का हवाला दिया, जिसमें खुफिया चूक की बात कही गई थी. खड़गे ने ट्रंप के 24 बार के दावों पर भी सवाल उठाया, जिसमें उन्होंने भारत-पाकिस्तान युद्धविराम में मध्यस्थता का श्रेय लिया.

ट्रंप के दावों पर विवाद

खड़गे ने ट्रंप के बयानों को भारत की गरिमा और सेना की बहादुरी पर सवाल बताया. उन्होंने कहा कि सभी दलों ने सरकार को समर्थन दिया, फिर भी जवाब नहीं मिला. विपक्ष ने ऑपरेशन सिंदूर पर भी चर्चा की मांग की. केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि सरकार ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए तैयार है. उन्होंने विपक्ष से शांतिपूर्ण बहस की अपील की. लेकिन विपक्ष के हंगामे के कारण कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. सरकार ने पहले ही ट्रंप के मध्यस्थता दावों का खंडन किया है. उसका कहना है कि भारत-पाकिस्तान ने बिना किसी बाहरी हस्तक्षेप के शत्रुता खत्म की.

लोकसभा में भी विपक्ष का हंगामा

लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने भी यही मुद्दे उठाए. उन्होंने पहलगाम हमले को सुरक्षा चूक बताया. गोगोई ने कहा कि ट्रंप का बयान भारतीय सेना की बहादुरी पर सवाल उठाता है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सदन में जवाब मांगा. विपक्ष ने सरकार से इस मुद्दे पर स्पष्ट रुख की मांग की है. मानसून सत्र 21 जुलाई से 21 अगस्त, 2025 तक चलेगा. यह सत्र राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति पर केंद्रित रहेगा. ऑपरेशन सिंदूर को सरकार आतंकवाद के खिलाफ नई रणनीति के रूप में पेश कर रही है. विपक्ष इसे खुफिया विफलता से जोड़ रहा है. सत्र में 17 विधेयक पेश किए जाएंगे. विपक्ष और सरकार के बीच तीखी बहस की उम्मीद है. ऑपरेशन सिंदूर और ट्रंप के दावों पर चर्चा गर्माएगी. सरकार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के जरिए विस्तृत बयान दे सकती है. विपक्ष ने बिहार में मतदाता सूची जैसे अन्य मुद्दों पर भी सवाल उठाने की योजना बनाई है.

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