Soumya Rape Case: सौम्या बलात्कार और हत्या मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा गोविंदाचामी कन्नूर सेंट्रल जेल से आधी रात फरार हो गया. जानकारी के मुताबिक यह उच्च सुरक्षा वाली जेल है. इसके वाबजूद ऐसी घटना के बारे में पुलिस ने शुक्रवार सुबह इसकी पुष्टि की. इस घटना ने जेल सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं.
मिल रही जानकारी के मुताबिक शुक्रवार तड़के नियमित जांच के दौरान गोविंदाचामी अपनी कोठरी में नहीं मिला. जेल अधिकारियों ने तुरंत परिसर और आसपास तलाशी शुरू की. वह कहीं नहीं मिला. कन्नूर टाउन पुलिस को सुबह 7 बजे सूचना मिली. पुलिस ने बताया कि गोविंदाचामी रात करीब 1 बजे भागा. सीसीटीवी फुटेज में उसे जेल की दीवार फांदते देखा गया. दीवार 25 फीट ऊंची है और उस पर बिजली का तार लगा है.
सौम्या शोरनूर की रहने वाली थीं. 1 फरवरी, 2011 को वह पैसेंजर ट्रेन में अकेले यात्रा कर रही थीं. गोविंदाचामी ने ट्रेन में उन पर हमला किया. उसने सौम्या को ट्रेन से धक्का दे दिया और फिर बलात्कार कर हत्या कर दी. सौम्या की मौत ने पूरे केरल को झकझोर दिया था. 2012 में, त्रिशूर की फास्ट-ट्रैक कोर्ट ने गोविंदाचामी को मौत की सजा सुनाई. बाद में सुप्रीम कोर्ट ने हत्या के आरोप को हटाकर सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया. सौम्या की मां सुमति ने इस घटना पर गहरा दुख और गुस्सा जताया. उन्होंने कहा कि कन्नूर जेल में इतनी सुरक्षा है. वह बिना मदद के कैसे भाग सकता है? उसका सिर्फ़ एक हाथ है. दीवार बहुत ऊंची है. कोई उसकी मदद कर रहा है. उसे तुरंत पकड़ा जाए. सुमति ने सवाल उठाया कि इतनी बड़ी चूक कैसे हुई. उन्होंने मांग की कि दोषी को जल्द से जल्द पकड़ा जाए.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने जेल प्रशासन पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यह भागना नहीं, बल्कि सुनियोजित साजिश है. रात 1 बजे वह भागा, लेकिन अधिकारियों को कोई होश नहीं. दीवार की बिजली बंद थी. यह सब संदिग्ध है. सुरेंद्रन ने माकपा नेता पी. जयराजन और स्थानीय विधायक की जेल सलाहकार समिति में मौजूदगी पर भी सवाल उठाए. केरल पुलिस ने गोविंदाचामी को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी शुरू की है. कन्नूर, तमिलनाडु और कर्नाटक में सघन छानबीन चल रही है.
पुलिस ने जनता से सतर्क रहने और संदिग्ध व्यक्ति दिखने पर 9446899506 पर संपर्क करने की अपील की है. यह घटना जेल की सुरक्षा व्यवस्था में खामियों को उजागर करती है. गोविंदाचामी जैसे खतरनाक अपराधी का भागना चिंताजनक है. सरकार और पुलिस पर उसे जल्द पकड़ने का दबाव है. जनता में डर और गुस्सा है.