Maharashtra Chief Minister: देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. जिसके बाद उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए अगले पांच वर्षों में स्थिर सरकार देने और जनहितकारी प्रशासन सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि हम बदले की राजनीति नहीं, बल्कि बदलाव की राजनीति करेंगे.
महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले पांच सालों में काफी उथल-पुथल देखने को मिली थी. विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा-शिवसेना गठबंधन टूट गया. जिसके बाद शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार बनाई. 2022 में, एकनाथ शिंदे के विद्रोह से शिवसेना विभाजित हो गई. जिसके बाद एमवीए सरकार गिर गई. फिर शिंदे ने भाजपा के साथ गठबंधन किया और मुख्यमंत्री बने. अब एक बार फिर हालिया चुनावों के बाद देवेंद्र फडणवीस फिर मुख्यमंत्री के रूप में लौटे.
सीएम पद की शपथ लेने के बाद फडणवीस ने कहा कि 2019 से 2022 के बीच कई राजनीतिक बदलाव हुए. हमें विश्वास है कि अब स्थिरता का दौर शुरू होगा. जिससे की जनता का पूरा कल्याण होगा. इसके साथ उन्होंने मुख्य योजनाओं और प्राथमिकताओं का भी एलान किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार जनता को केंद्रित करते हुए पारदर्शिता और विकास पर जोर देगी. फडणवीस ने स्पष्ट किया कि विधानसभा में विपक्ष के नेता का निर्णय नए अध्यक्ष द्वारा लिया जाएगा. गृह और वित्त विभाग के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये विभाग हमारी सरकार के पास रहेंगे.
पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अब उप मुख्यमंत्री की भूमिका निभाएंगे. जिसपर फडणवीस ने कहा कि भूमिकाएं बदल सकती हैं, लेकिन हमारा उद्देश्य और दिशा वही रहेगी. शिंदे जी ने सरकार में शामिल होने के मेरे अनुरोध को तुरंत स्वीकार किया. फडणवीस ने अपनी सरकार को महायुति का जन-उन्मुख प्रशासन बताया. उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य राज्य को विकास के पथ पर तेजी से आगे बढ़ाना है. 7 दिसंबर से तीन दिवसीय विशेष सत्र आयोजित होगा, जिसमें 9 दिसंबर को नए विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा.