राष्ट्रपति ने हर्ष श्रृंगला, उज्ज्वल निकम सहित चार को राज्यसभा के लिए किया नामित, देखें चारों की शानदार उपलब्धियां

राष्ट्रपति ने चार विशिष्ट व्यक्तियों को चुना है. हर्ष श्रृंगला पूर्व विदेश सचिव और जी20 समन्वयक रहे हैं. उज्ज्वल निकम ने 26/11 मुंबई हमले के आतंकवादी अजमल कसाब के खिलाफ मुकदमा लड़ा. मीनाक्षी जैन प्रख्यात इतिहासकार हैं. सदानंदन मास्टर केरल के शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता हैं. ये सभी कला, साहित्य और सार्वजनिक सेवा के क्षेत्र में योगदान दे चुके हैं.

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Courtesy: Social Media

Rajya Sabha Nomination: राष्ट्रपति ने एक बड़ी घोषणा में पूर्व राजनयिक हर्ष श्रृंगला, प्रख्यात वकील उज्ज्वल निकम, इतिहासकार मीनाक्षी जैन और शिक्षक सदानंदन मास्टर को राज्यसभा के लिए नामित किया है. गृह मंत्रालय की ओर से 12 जुलाई को इसकी अधिसूचना जारी की गई. ये नामांकन रिक्त सीटों को भरने के लिए किए गए हैं.

राष्ट्रपति ने चार विशिष्ट व्यक्तियों को चुना है. हर्ष श्रृंगला पूर्व विदेश सचिव और जी20 समन्वयक रहे हैं. उज्ज्वल निकम ने आतंकवादी अजमल कसाब के खिलाफ मुकदमा लड़ा था. मीनाक्षी जैन प्रख्यात इतिहासकार हैं. सदानंदन मास्टर केरल के शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता हैं. ये सभी कला, साहित्य और सार्वजनिक सेवा के क्षेत्र में योगदान दे चुके हैं.

हर्ष श्रृंगला और उज्ज्वल निकम की उपलब्धियां 

उज्ज्वल निकम ने 26/11 हमले के आतंकवादी अजमल कसाब के खिलाफ मुकदमा चलाया. उन्होंने सत्र न्यायालय, बॉम्बे हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में अहम भूमिका निभाई. कसाब को 2010 में मृत्युदंड मिला, जिसे बाद में हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने बरकरार रखा. निकम को 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने टिकट दिया था, लेकिन वे हार गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निकम की कानूनी सेवाओं और संवैधानिक मूल्यों के प्रति समर्पण की सराहना की. हर्ष श्रृंगला भारत के पूर्व विदेश सचिव रहे हैं. उन्होंने अमेरिका, बांग्लादेश और थाईलैंड में राजदूत के रूप में काम किया. 2023 में भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान वे मुख्य समन्वयक थे. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि श्रृंगला के दृष्टिकोण से संसदीय कार्यवाही समृद्ध होगी.

साहस से बनाई पहचान 

डॉ. मीनाक्षी जैन एक प्रख्यात इतिहासकार और विद्वान हैं. उनके शोध ने शिक्षा और इतिहास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. प्रधानमंत्री ने उनके कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने शैक्षणिक संवाद को समृद्ध किया. मोदी ने उनके संसदीय कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं. केरल के शिक्षक सदानंदन मास्टर ने साहस और सामाजिक कार्य से पहचान बनाई. उन्होंने हिंसा और धमकियों का डटकर सामना किया. युवा सशक्तिकरण के लिए उनके प्रयास सराहनीय हैं. प्रधानमंत्री ने उनके जज्बे को राष्ट्रीय विकास के लिए प्रेरणादायक बताया.

क्या कहता है नियम?

भारतीय संविधान के तहत राष्ट्रपति 12 व्यक्तियों को राज्यसभा के लिए नामित कर सकते हैं. ये लोग कला, साहित्य, विज्ञान और समाज सेवा जैसे क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान देने वाले होते हैं. वर्तमान में 12 में से चार सीटें खाली थीं. इन नामांकनों से रिक्तियां भरी जाएंगी. प्रधानमंत्री मोदी ने सभी नामित व्यक्तियों को बधाई दी. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ये लोग अपने अनुभव और दृष्टिकोण से संसद को मजबूत करेंगे.

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