MP Suspended: लोकसभा में आज लगातार चौथे दिन भी सांसदों को निलंबित किया गया. लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला ने कांग्रेस के सांसद नकुलनाथ, डीके सुरेश और दीपक बैज को सदन की अवमानना के आरोप में शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया. इसके साथ ही अब तक कूल 146 सांसद निलंबित हो चुके हैं, जिसमें से 46 सांसद राज्यसभा के हैं.
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने आज सांसदों को सस्पेंड करते हुए कहा कि "आप बार-बार सदन की कार्रवाई बाधित कर रहे थे, तख्तियाँ दिखा रहे थे और नारेबाजी कर रहे थे. कागज फाड़ कर लोकसभा कर्मियों पर फेंक रहे थे. ये सदन की मर्यादा के विरुद्ध है".
उन्होंने शून्यकाल खत्म होते ही तीनों कांग्रेसी सांसदों का नाम लेते हुए कहा कि "मैं कभी बिना कारण के किसी सदस्य को निलंबित नहीं करना चाहता. आपको जनता ने चुना है. आपको अधिकार है यहां चर्चा करने का और अपनी बात रखने का. आप लोग अपनी सीट पर जाइए, मैं आपको शून्यकाल में आपकी बात रखने का अवसर दूंगा."
इसके साथ ही स्पीकर ने विपक्षी सांसदों के सदन में पेश आने के तरीके पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा "यह तरीका सही है क्या? सदन की यही मर्यादा है क्या? (सदस्य) नियोजित तरीके से निलंबित करने की बात कर रहे हैं, यह सही नहीं है."
13 दिसम्बर को संसद की सुरक्षा में हुई चूक के बाद से ही विपक्षी सांसद सरकार को घेर रही है. लगातार सदन में गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग की जारी है और विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. जिसके बाद सबसे पहले 14 दिसम्बर को लोकसभा से 13 सांसदों को निलंबित कर दिया था. इसके बाद भी विपक्ष का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है.
हालंकी इस बीच सांसदों के निलंबन का सिलसिला भी जारी रही रहा. 18 दिसम्बर को 33, 19 दिसंबर को 49 और 20 दिसंबर को दो विपक्षी सदस्यों को निलंबित किया गया था. वहीं राज्यसभा से 14 दिसंबर को एक और 18 दिसंबर को 45 सांसदों को निलंबित किया गया था. जिसके बाद आज विपक्षी दलों ने दिल्ली के विजय चौक पर निलंबन के खिलाफ मार्च निकाला और सरकार पर तानाशाही के आरोप भी लगाए.
संसद के शीतकालीन सत्र का अंतिम कार्यदिवस कल यानि 22 दिसम्बर को समाप्त होने वाला था. लेकिन आज सदन में विपक्ष के हंगामे के बाद स्पीकर ओम बिरला ने सदन की कारवाही को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया है. उनका आरोप है कि विपक्ष सदन की मर्यादा को तोड़ रही है.