दिल्ली में जहरीली हवा से हाहाकार, GRAP 3 लागू; अब इन कामों पर रहेगी रोक

दिल्ली में वायु प्रदूषण बहुत बढ़ गया है. AQI गंभीर स्तर पर पहुंच गया है, GRAP के तीसरे चरण को लागू किया गया है. निर्माण कार्य बंद कर दिए गए हैं. पुराने वाहनों पर रोक लगा है. स्कूलों को भी बंद कर दिया गया हैं.

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Courtesy: X (@OmoniTomi_)

दिल्ली की हवा में जहर तेजी से घुल रहा है. मंगलवार को हालात इतने बिगड़ गए कि अधिकारियों को बड़ा कदम उठाना पड़ा. ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के तीसरे चरण को तुरंत लागू कर दिया गया. यह फैसला तब लिया गया जब शहर का कुल वायु गुणवत्ता सूचकांक पहली बार इस मौसम में गंभीर श्रेणी में पहुंचा. सोमवार को यह 362 था जो मंगलवार सुबह नौ बजे तक 425 हो गया. 

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के समीर ऐप से मिले आंकड़े चिंता बढ़ाने वाले हैं. मंगलवार सुबह सात बजे तक शहर के 39 केंद्रों में से 34 ने गंभीर स्तर दिखाया, कई जगहों पर यह बहुत ऊंचा था. बवाना में 462 दर्ज हुआ. वजीरपुर में 460 था. मुंडका और पंजाबी बाग दोनों में 452 रहा. ये आंकड़े बताते हैं कि हवा में जहर घुल चुका है. 

क्या है GRAP?

GRAP एक योजना है जो प्रदूषण के स्तर के हिसाब से कदम उठाती है. तीसरे चरण में सख्त नियम लागू होते हैं. इसका मकसद हवा को जल्दी साफ करना है. दिल्ली में यह पहली बार इस सीजन में लगा है. आसपास के शहरों पर भी असर पड़ेगा. अब गैर जरूरी निर्माण और तोड़फोड़ नहीं हो सकेगी, मिट्टी खोदना बंद है. पाइलिंग का काम रुक जाएगा. सीवर लाइन या बिजली के तार बिछाने के लिए खाई बनाना मना है. रेडी मिक्स कंक्रीट प्लांट नहीं चलेंगे. ये काम धूल उड़ाते हैं जो प्रदूषण बढ़ाता है. इसलिए इन्हें रोकना जरूरी है. 

इन कामों पर पूरी तरह रोक

दिल्ली गुरुग्राम फरीदाबाद गाजियाबाद और नोएडा में पुराने वाहनों पर रोक लगी है. निजी BS तीन पेट्रोल और BS चार डीजल चार पहिया वाहन नहीं चल सकेंगे. गैर जरूरी डीजल मध्यम मालवाहक वाहन भी बंद हैं. दिल्ली के बाहर से आने वाले BS चार या उससे कम डीजल हल्के वाणिज्यिक वाहन नहीं घुसेंगे. लेकिन जरूरी सामान ढोने वाले या सेवाएं देने वाले वाहनों को छूट है.

निजी कंपनियों को कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा गया है. हाइब्रिड तरीका अपनाएं ताकि वाहन कम चलें. इससे उत्सर्जन घटेगा, लोग ट्रैफिक में कम फंसेंगे. हवा थोड़ी साफ रहेगी. कक्षा पांच तक के स्कूल बंद कर दिए गए हैं. बच्चों की सेहत को ध्यान में रखा गया है. बाहर खेलना या स्कूल जाना खतरनाक है. इसलिए सभी कक्षाएं ऑनलाइन हो गई हैं. अ

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