Tariff on India: अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए अतिरिक्त 25 प्रतिशत टैरिफ आज यानी सुबह 9:31 बजे से लागू कर दिया गया है. इसी के साथ आज से भारत पर कुल 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया गया. यह कदम दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्तों में नया तनाव ला सकता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस टैरिफ के पीछे वजह दिया था कि भारत रूसी तेल आयात करता है, जिससे रूस को यूक्रेन के खिलाफ लड़ने में सहायता मिलती है. भारत द्वारा डोनाल्ड ट्रंप के इस कदम को पूरी तरह से अनुचित बताया गया है.
डोनाल्ड ट्रंप ने 6 अगस्त को एक आदेश पर हस्ताक्षर किया, जिसमें 25% अतिरिक्त टैरिफ की घोषणा की गई. यह पहले के 25% टैरिफ के साथ मिलकर अब कुल 50% हो गया है. यह आदेश आज से लागू हो गया. ट्रंप ने भारत के रूसी तेल आयात पर नाराजगी जताई थी, जिसके बाद यह कदम उठाया गया. भारत और अमेरिका के बीच मार्च से जुलाई तक पांच दौर की वार्ता हुई, लेकिन कोई समझौता नहीं हो सका. इस असफलता के बाद ट्रंप ने टैरिफ लागू करने का फैसला किया. इससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है. भारत को इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है. अमेरिका को भारत का 55% निर्यात प्रभावित हो सकता है, जो लगभग 87 अरब डॉलर का है. इससे चीन, बांग्लादेश और वियतनाम जैसे देशों को फायदा हो सकता है. सरकार निर्यातकों को वित्तीय सहायता और नए बाजारों जैसे चीन, लैटिन अमेरिका और मध्य पूर्व में विस्तार का सुझाव दे रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद में कहा कि भारत बाहरी दबाव का डटकर मुकाबला करेगा. उन्होंने किसानों, छोटे उद्योगों और पशुपालकों की सुरक्षा को प्राथमिकता बताया. भारत अपनी ऊर्जा नीति पर कायम रहेगा और जहां सस्ता तेल मिलेगा, वहां से खरीदेगा. अमेरिका ने कुछ भारतीय निर्यातों को टैरिफ से छूट दी है. इसमें स्टील, एल्युमीनियम, तांबा, ऑटो कंपोनेंट, यात्री वाहन और दवाएं समेत कई चीजें शामिल हैं. पहले से शिपमेंट में शामिल सामान और मानवीय सहायता को भी छूट मिली है. टैरिफ के बाद भी भारत ने रूसी तेल आयात पर कोई रोक नहीं लगाई. मॉस्को में भारत के दूत ने साफ कहा कि देश वहां से तेल खरीदना जारी रखेगा, जहां सबसे अच्छा सौदा मिलेगा. यह नीति भारत की आर्थिक जरूरतों पर आधारित है. ट्रंप ने सोमवार को डिजिटल कर या सख्त व्यापार नियम लागू करने वाले देशों को भी टैरिफ की धमकी दी. उन्होंने कहा कि ऐसे देशों पर काफी अतिरिक्त टैरिफ लगाए जा सकते हैं.