Congress Attack on Modi Government: अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए अतिरिक्त 25 प्रतिशत टैरिफ आज से लागू हो चुका है. जिससे भारत के व्यापारियों में थोड़ा तनाव बढ़ गया है. कांग्रेस की ओर से अतिरिक्त टैरिफ को महा सिरदर्द बताया गया है. अमेरिका ने कपड़ा, रत्न-आभूषण, चमड़ा, समुद्री उत्पाद समेत कई क्षेत्रों पर टैरिफ लगाया है. जिससे व्यापारियों को बड़ा नुकसान हो सकता है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार की विदेश नीति को 'सतही' बताया. उन्होंने कहा कि इन टैरिफों से लाखों नौकरियां खतरे में पड़ेंगी. खड़गे ने X पर लिखा कि मोदी जी, आपके मित्र ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ थोप दिया. इससे 10 क्षेत्रों में ₹2.17 लाख करोड़ का नुकसान होगा. उन्होंने कपास किसानों पर पड़ने वाले प्रभाव पर चिंता जताई और कहा कि सरकार ने उनकी रक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाया है.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने टैरिफ को 'मोदी-निर्मित संकट' बताया है. उन्होंने X पर लिखा कि ट्रंप का दोहरा टैरिफ भारत के निर्यात को नुकसान पहुंचाएगा. रमेश ने अमेरिकी वाणिज्य सचिव की H1B वीजा पर टिप्पणी को भी चिंताजनक बताया, जिससे भारतीय आईटी पेशेवर प्रभावित होंगे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का फरवरी में गढ़ा 'MAGA-MIGA=MEGA' फॉर्मूला अब भारत के लिए 'महा सिरदर्द' बन गया है. इस साल फरवरी में वाशिंगटन यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप के 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' (MAGA) से प्रेरित होकर 'मेक इंडिया ग्रेट अगेन' (MIGA) शब्द गढ़ा था. उन्होंने इसे भारत-अमेरिका साझेदारी का नया आयाम बताया था. लेकिन अब, कांग्रेस का कहना है कि यह साझेदारी भारत के लिए नुकसानदायक साबित हो रही है.
खड़गे ने कहा कि कपास उत्पादक किसान सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे. उन्होंने मोदी के बयान की याद दिलाई, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह किसानों की रक्षा के लिए 'कोई भी व्यक्तिगत कीमत' चुकाएंगे. लेकिन खड़गे ने आरोप लगाया कि सरकार ने इस संकट को कम करने के लिए कुछ नहीं किया. वैश्विक व्यापार अनुसंधान पहल (GTRI) के अनुसार, इन टैरिफों से भारत के सकल घरेलू उत्पाद का 1 प्रतिशत प्रभावित हो सकता है. इससे चीन को लाभ मिल सकता है. प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी दबाव के सामने झुकने से इनकार किया है. दिल्ली में उन्होंने कहा कि भारत अपने किसानों के हितों से समझौता नहीं करेगा. स्वतंत्रता दिवस के भाषण में भी उन्होंने दोहराया कि सरकार किसानों के लिए 'दीवार की तरह' खड़ी है.